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कर्नाटक वन विभाग ने आदमखोर बाघ को पकड़ने के लिए शुरू किया अभियान

कर्नाटक वन विभाग ने आदमखोर बाघ को पकड़ने के लिए शुरू किया अभियान

Updated on: 13 Sep 2021, 12:15 PM

मैसूर:

कर्नाटक वन विभाग ने सात सितंबर को एक युवक की मौत के बाद नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान के पास आने वाले गांव वीरानाहोसल्ली में आदमखोर बाघ को पकड़ने के लिए एक चौतरफा अभियान शुरू किया है।

आदमखोर बाघ विशाल झाड़ियों से निकला था और उसने गणेश (19) पर हमला किया था। बाघ ने उसका सिर काटकर जाने से पहले उसके शरीर को 150 मीटर तक घसीटा था।

वन अधिकारी तब से क्षेत्र में निगरानी रख रहे हैं और ग्रामीणों को वन क्षेत्र में न घूमने की सलाह दी है।

वन विभाग के अधिकारियों ने विभिन्न बिंदुओं पर करीब 70 कैमरे लगाए हैं। वन विभाग से जुड़े 100 से अधिक अधिकारी छह टीमों में दिन-रात काम कर रहे हैं ताकि आदमखोर को फिर से हमला करने से पहले ट्रैक किया जा सके। ग्रामीणों को 6 से 7 किलोमीटर के वन क्षेत्र में प्रवेश नहीं करने की चेतावनी दी गई है।

वन संरक्षक चेतन ने कहा कि पहले दो दिन उन्हें आदमखोर के बारे में कोई सुराग नहीं मिला। बाद में उसकी हरकत दो सीसीटीवी कैमरों में देखी गई। आदमखोर की पीठ पर चोट के निशान मिले हैं। इसके साथ ही तीन अन्य बाघ भी उसी स्थान पर पाए गए है। इसलिए, वन्यजीवों की विशेषज्ञता और ज्ञान वाले अधिकारियों को ऑपरेशन के लिए शामिल किया गया है।

इस बीच बदमाशों ने आदमखोर बाघ की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए लगे चार सीसीटीवी कैमरों में सेंध लगा दी। हालांकि जगह-जगह प्रतिबंध हैं, ग्रामीण वन क्षेत्रों में जा रहे हैं। वन अधिकारी ने बताया कि एक अन्य युवक को हिरण के मांस के साथ पकड़ा गया है।

चार दिन पहले एक आदमखोर द्वारा गाय और बकरी पर हमला करने की घटना की सूचना किक्केरीकट्टे से मिली थी, जहां युवक को मौत के घाट उतार दिया गया था। वन विभाग ने शनिवार से पालतू हाथियों को लेकर वन क्षेत्र में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.