उत्तर कन्नड़ जिले के भटकल कस्बे में कन्नड़ कार्यकर्ताओं ने नगर परिषद भवन पर लगे साइनबोर्ड कन्नड़ और अंग्रेजी भाषा के नीचे उर्दू में भी लिखा होने पर कड़ी आपत्ति जताई है और इसे हटाने के लिए तीन दिन की समय सीमा दी है।
नागरिक एजेंसी भवन के साइनबोर्ड पर उर्दू का उपयोग किए जाने पर आपत्ति जताए जाने के बाद शहर में तनाव बढ़ गया है।
भटकल नगर परिषद ने शहर के इलाकों के साइनबोर्डो में कन्नड़ के नीचे उर्दू भाषा में लिखवाने का निर्णय लिया था। अब इसका विरोध किया जा रहा है।
कन्नड़ संगठनों ने प्रशासन के इस कदम का कड़ा विरोध किया और मंगलवार को विरोध प्रदर्शन किया था। उन्होंने नगर परिषद में घुसने का भी प्रयास किया। स्थानीय पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और काफी मशक्कत के बाद वहां से भीड़ को हटाया।
कन्नड़ समर्थक आंदोलनकारियों ने कहा कि चूंकि हर कोई कन्नड़ जानता है, इसलिए उर्दू साइन बोर्ड की कोई जरूरत नहीं है। हालांकि, भटकल शहर में अल्पसंख्यकों की एक बड़ी आबादी है और लोगों का एक बड़ा समूह उर्दू साइनबोर्ड के समर्थन में इकट्ठा हुआ।
यह दूसरी बार है, जब भटकल नगर निगम नगर परिषद भवन के साइनबोर्ड उर्दू भाषा में भी लगवाया है। इससे पहले कड़ा विरोध होने के बाद उर्दू भाषा का साइनबोर्ड हटा लिया गया था।
भटकल एक संवेदनशील शहर है, जिसने कुछ युवाओं के आईएसआईएस में शामिल होने के बाद अंतर्राष्ट्रीय सुर्खियां बटोरी हैं। यह शहर लगातार भारतीय खुफिया एजेंसियों के रडार पर है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए जिला प्रशासन ने कस्बे में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है।
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Source : IANS