Advertisment

कर्नाटक विधानसभा सत्र: मंदिर तोड़े जाने, महंगाई को लेकर बीजेपी को झेलनी पड़ेगी विरोध की आंच

कर्नाटक विधानसभा सत्र: मंदिर तोड़े जाने, महंगाई को लेकर बीजेपी को झेलनी पड़ेगी विरोध की आंच

author-image
IANS
New Update
Ktaka Aembly

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

Advertisment

कर्नाटक में विपक्षी दल, कांग्रेस और जेडी (एस) बुधवार को विधानसभा और परिषद के सदन दोनों में सत्तारूढ़ भाजपा पर जोरदार हमला करने के लिए तैयार हैं।

विपक्ष दोनों सदनों में मंदिर विध्वंस के मुद्दों को उठाने के लिए दृढ़ है क्योंकि सत्तारूढ़ भाजपा सार्वजनिक स्थानों पर बने धार्मिक ढांचे को साफ करने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश की पृष्ठभूमि में इस मुद्दे पर उलझी हुई है।

विपक्षी दल इस मुद्दे पर सत्तारूढ़ भाजपा को फटकार लगा रहे हैं क्योंकि जब भी हिंदुओं के मामले सामने आते हैं तो पार्टी हमेशा सबसे आगे आती है। अब जबकि राज्य सरकार 2,989 अवैध धार्मिक संरचनाओं को ध्वस्त करने के लिए पूरी तरह तैयार है, उनमें से ज्यादातर मंदिर और अन्य हिंदू धार्मिक केंद्र हैं, भाजपा को आग बुझाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है क्योंकि हिंदू समर्थक संगठन और उसके अपने नेता इस कदम की आलोचना कर रहे हैं।

शीर्ष अदालत के 2009 के आदेश के बाद सभी आस्थाओं के 6,395 अवैध धार्मिक निर्माणों की पहचान की गई। 12 वर्षों में राज्य में 2,887 धार्मिक संरचनाओं को ध्वस्त, खाली और स्थानांतरित किया गया है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, 2009 के बाद राज्य में सार्वजनिक संपत्तियों पर कुल 1,242 धार्मिक संरचनाएं बनाई गई हैं।

भाजपा का गढ़ माने जाने वाले दक्षिण कन्नड़ जिले में कुल 1,579 अवैध ढांचों की पहचान की गई है। पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के पैतृक जिले शिवमोग्गा में 740 संरचनाओं की पहचान की गई है।

कांग्रेस ने भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के खिलाफ मैसूर जिला आयुक्त के पास शिकायत दर्ज कराई है, जिन्होंने कहा कि जब धर्म की बात आती है तो वह किसी की नहीं सुनेंगे।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने दो दिनों के लिए मंदिरों के विध्वंस को रोकने का आदेश दिया है और उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश का अध्ययन करने के बाद दिशानिर्देश जारी किए जाएंगे।

अधिवेशन के पहले दिन कांग्रेस नेता ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी के विरोध में बैलगाड़ियों से विधान सभा पहुंचे।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

Advertisment
Advertisment
Advertisment