Advertisment

मध्यप्रदेश में 48 लाख किशोरों को वैक्सीन लगाने का अभियान शुरू

मध्यप्रदेश में 48 लाख किशोरों को वैक्सीन लगाने का अभियान शुरू

author-image
IANS
New Update
Kolkata A

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

Advertisment

मध्य प्रदेश में कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई को और तेज किया जा रहा है। इसी क्रम में 15 से 18 साल के किशोरों को भी वैक्सीन लगाने के अभियान की शुरूआत हो गया है, राज्य में 48 लाख किशोरों को वैक्सीन लगाई जानी है।

सोमवार से 18 साल तक के बच्चों के टीकाकरण अभियान की शुरूआत हुई। राज्य में 8900 से अधिक स्थानों पर बच्चों का टीकाकरण किया जा रहा है। यह अभियान 20 जनवरी तक चलेगा और इसके तहत 48 लाख बच्चों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस अभियान की शुरूआत राजधानी के शासकीय सुभाष उच्चतर उत्कृष्ट विद्यालय में करते हुए कहा कि कोविड-19 की तीसरी लहर की आहट है, हमें इससे डरना नहीं, इससे लड़ना है। टीकाकरण हमें सुरक्षा प्रदान करता है। प्रदेश की 95 प्रतिशत पात्र जनसंख्या को टीके का पहला और 92 प्रतिशत लोगों को दूसरा डोज लगाया जा चुका है।

उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य है कि प्रदेश के 15 से 18 वर्ष के सभी बच्चों का 20 जनवरी तक टीकाकरण कर उन्हें सुरक्षा चक्र प्रदान किया जाए।

मुख्यमंत्री चौहान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वैज्ञानिकों का आभार मानते हुए कहा कि अब तक देश में 140 करोड़ से अधिक कोविड -19 वैक्सीन के डोज लगाए जा चुके हैं। यह आवश्यक है कि टीकाकरण के लिए पात्र प्रत्येक व्यक्ति टीकाकरण कराए, मॉस्क लगाए और कोरोना अनुकूल व्यवहार का पालन करें।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आर्थिक गतिविधियों और बच्चों की पढ़ाई को रोका नहीं जा सकता है। प्रदेश में स्कूल और व्यापारिक गतिविधियां सामान्य रूप से जारी रहेंगी। इसलिए आवश्यक है कि हम मॉस्क लगाने को अपने जीवन की आदत बनाएं और सभी सावधानियों का पालन करते हुए अपनी पढ़ाई और जीवन की सामान्य गतिविधियों को जारी रखें।

मुख्यमंत्री चौहान ने सुभाष स्कूल में बने टीकाकरण केन्द्र की व्यवस्थाओं का अवलोकन किया, विद्यार्थियों से चर्चा की तथा विद्यार्थियों के साथ केन्द्र में बने सेल्फी प्वाइंट पर सेल्फी भी ली।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

Advertisment
Advertisment
Advertisment