पतंग के तार में फंसी कोयल को यूपी पुलिस ने बचाया

पतंग के तार में फंसी कोयल को यूपी पुलिस ने बचाया

पतंग के तार में फंसी कोयल को यूपी पुलिस ने बचाया

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IANS
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Koel caught

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

लखनऊ पुलिस ने दिल को छू लेने वाले इशारे में एक कोयल (कुकू) को बचाया, जो रिजर्व पुलिस लाइन में यूकेलिप्टस के पेड़ पर पतंग की डोरी में फंस गई थी।

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अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (एडीसीपी) चिरंजीव नाथ सिन्हा ने आईएएनएस को बताया कि उन्हें रविवार शाम पक्षी के पतंग के तार में फंसने की सूचना मिली।

उन्होंने कहा, हमने दमकल सेवा और लखनऊ चिड़ियाघर से एक टीम को रिजर्व पुलिस लाइन में भेजा, जो पतंग के तार को काटकर पक्षी को मुक्त करने में कामयाब रही। पक्षी घायल हो गया और लखनऊ चिड़ियाघर की टीम ने पक्षी को चिकित्सा सहायता प्रदान की जिसे बाद में मुक्त कर दिया गया।

चिरंजीव नाथ सिन्हा एक वन्यजीव उत्साही हैं जिन्हें इस साल की शुरूआत में लखनऊ चिड़ियाघर का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया गया था।

उन्होंने लॉकडाउन के दौरान आवारा जानवरों को खिलाने के लिए सराहना हासिल की और लोगों को चिड़ियाघर में जानवरों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया।

उन्होंने घोड़ों के लिए स्पाइक्स के अवैध उपयोग के खिलाफ प्रवर्तन अभियान शुरू करके घोड़ों के प्रति क्रूरता को रोकने के लिए पेटा के साथ हाथ मिलाया।

घोड़े के मुंह में लगाए गए इन कांटों या कांटों के अवैध इस्तेमाल के खिलाफ पूरे शहर में ये अभियान चलाए गए थे। फिर लखनऊ में काम और सवारी के लिए इस्तेमाल होने वाले घोड़ों को नियंत्रित करने के लिए इन स्पाइक्स से लगाम लगाई जाती है। ड्राफ्ट एंड पैक एनिमल्स रूल्स, 1965 के प्रति क्रूरता की रोकथाम के नियम 8 के तहत प्रतिबंधित होने के बावजूद इन स्पाइक्स का उपयोग व्यापक रूप से प्रचलित है।

सिन्हा की पहल ने लखनऊ पुलिस की छवि को बदलने में मदद की है जो आमतौर पर कठोर व्यवहार के लिए जानी जाती है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

      
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