यूपी में बीजेपी को मिली ऐतिहासिक जीत के बाद सबसे बड़ा सवाल यहीं बना हुआ है कि यूपी का सीएम कौन होगा। हालांकि मुख्यमंत्री पद के लिए गृह मंत्री राजनाथ सिंह का नाम सबसे आगे चल रहा है। 16 मार्च को लखनऊ में होने वाली बीजेपी विधायक दल की बैठक को भी फिलहाल टाल दिया गया है
सूत्रों के मुताबिक अब इस बात की पूरी संभावना है कि यूपी का मुख्यमंत्री कोई विधायक नहीं बल्कि केंद्र की राजनीति का ही कोई बड़ा नेता हो। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि यूपी की राजनीति में राजनाथ सिंह सबसे फिट बैठेंगे।
बीजेपी के लिए यूपी में चुनौती है कि उन्हें वहां ऐसा मुख्यमंत्री चाहिए जो सत्ता भी ठीक से चला सके और 325 विधायकों को भी एक जुट रखने की ताकत रखता हो।
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें सीएम पद का ऑफर दिया है लेकिन इसपर राजनाथ ने अभी अपना रुख साफ नहीं किया है। ऐसे में सवाल उठ रह हैं कि राजनाथ सिंह ही क्यों ?
मुख्यमंत्री की रेस में क्यों सबसे आगे हैं राजनाथ
1. राजनाथ सिंह बीजेपी के वरिष्ठ और कद्दावर नेता हैं। वो केंद्र के साथ ही राज्य की राजनीति में भी रह चुके हैं और यूपी में शिक्षा मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री पद तक की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।
2. यूपी में जीते हुए विधायकों में अगर कोई मुख्यमंत्री बनता है तो उनका विरोध हो सकता है। विधायकों के साथ ही पार्टी में भी इसपर कलह शुरू हो सकता है। लेकिन राजनाथ सिंह सत्ता संभालते हैं तो विरोध होने की गुंजाइश ना के बराबर होगी।
3. यूपी भारतीय जनता पार्टी के लिए सबसे अहम प्रदेश है। 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को यहां 80 में से 71 सीटें मिली थी। लोकसभा चुनाव में बीजेपी को मिली कुल 282 सीटों में से 25 फीसदी सीटें सिर्फ यूपी से मिली थी। ऐसे में 2019 के लोकसभा चुनाव में भी सत्ता में बने रहने के लिए इस प्रदर्शन को दोहराना चाहेगी।
4. लोकसभा की देश में सबसे ज्यादा सीटें यूपी में ही हैं। ऐसे में 2014 के परिणाम को 2019 में भी दोहराने की जिम्मेदारी यूपी बीजेपी पर होगी। अगर ऐसे में राजनाथ सिंह सीएम बनेंगे तो वो राज्य में सत्ता चलाने के साथ ही 2019 तक मोदी के विजन और कामों को पूरा करने में अहम भूमिका निभाएंगे। इससे 2019 के लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी के लिए अपने कामों को गिनाने का मौका भी होगा और चुनाव जीतने में भी आसानी होगी।
5.यूपी जैसे बड़े प्रदेश में अगर किसी नए चेहरे को सत्ता की कमान दी जाती है तो हो सकता है वो पीएम मोदी के आकांक्षाओं पर खरा ना उतर सके। ऐसे में राजनाथ सिंह पीएम के साथ काफी लंबे वक्त से काम कर रहे हैं तो उनके लिए मोदी के योजनाओं और कार्यक्रमों को यूपी में जमीन पर उतारना आसान हो जाएगा।
6. राजनाथ सिंह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही संघ के भी बेहद करीबी माने जाते हैं। ऐसे में पार्टी से लेकर संघ तक को राजनाथ के सीएम बनने पर आपत्ति नहीं होगी। राजनाथ के लिए मोदी के विजन को राज्य में लागू करना भी आसान होगा।
हालांकि गृह मंत्री राजनाथ सिंह कई बार साफ कर चुके हैं कि वो केंद्र की राजनीति में ही बने रहने चाहते हैं और राज्य में वापस नहीं जाना चाहते हैं।
Source : News Nation Bureau