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पीएम नरेंद्र मोदी और शी चिनफिंग का फाइल फोटो( Photo Credit : Twitter)
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग (XI Jinping) 11 अक्टूबर को भारत आएंगे जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के साथ उनकी दूसरी अनौपचारिक शिखर वार्ता होगी. विदेश मंत्रालय ने कहा , ‘प्रधानमंत्री के आमंत्रण पर ‘पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना’ के प्रमुख शी चिनफिंग (XI Jinping) दूसरी अनौपचारिक शिखर वार्ता के लिए 11 -12 अक्टूबर 2019 को चेन्नई में होंगे.’ आइए जानें पीएम बनने के बाद मोदी की जिनपिंग की कब-कब हुई मुलाकात
15 जुलाई 2014: पहली मुलाकात ब्राजील में.
सीमा विवाद हर करने का वादा. मोदी ने कहा कि सौहार्द्रपूर्ण हल दुनिया के सामने नजीर बनेगा. चीन ने संबंधों को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया.
18 सितंबर 2014: गुजरात में.
12 समझौते हुए. भारत ने चीनी सैनिकों के भारतीय सीमा में घुसपैठ का मामला उठाया, रोकने की मांग की. जिनपिंग ने दोस्ती और व्यापार बढ़ाने पर जोर दिया.
15 मई 2015: चीन में.
सीमा विवाद जल्द सुलझाने और व्यापारिक हित मजबूर करने पर जोर.
4 सितंबर 2016: हांगझाऊ में.
भारत ने पीओके से संचालित आतंकवाद का मुद्दा उठाया. सामरिक हितों के लिए संवेदनशील होने की जरूरत बताई. जिनपिंग ने विवादित मुद्देरचनात्मक बातचीत से हल करने पर जोर दिया.
9 जून 2017: अष्टाना में.
द्विपक्षीय संबंधों को फिर से पटरी पर लाने की उम्मीद जताई. तनाव कम करने के लिए लगातार उच्च स्तरीय बातचीत पर जोर.
5 सितंबर 2017: ब्रिक्स देशों के सम्मेलन में फिर जिनपिंग और मोदी के बीच बातचीत हुई
अप्रैल 2018 में प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति शी ने वुहान में पहला अनौपचारिक शिखर सम्मेलन आयोजित किया. द्विपक्षीय और वैश्विक महत्व के अतिव्यापी मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए और राष्ट्रीय के लिए उनके संबंधित दर्शन और प्राथमिकताओं पर विस्तृत बातचीत हुई.
चीन के हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान में हुई इस 'अनौपचारिक मुलाक़ात' में शी जिनपिंग ने कहा कि "हम आने वाले समय में भारत और चीन के बीच सहयोग का तेज़ और सुनहरा भविष्य देखते हैं."
- इससे पहले शी जिनपिंग पीएम मोदी को हुबेई के म्यूज़ियम ले गए जहां चीनी कलाकारों ने भारत के प्रधानमंत्री के स्वागत में सांस्कृतिक कार्यक्रम किया.
- सत्ता में दोबारा लौटने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने पहली बार चीन के प्रमुख से द्विपक्षीय वार्ता की. 13 जून 2019 को बिशकेक (किर्गिजस्तान) में मोदी की चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग (XI Jinping) से हुई मुलाकात में अक्टूबर, 2019 में चिनफिंग की भारत यात्रा का एजेंडा तय हुआ.
राष्ट्राध्यक्षों / शासनाध्यक्षों के स्तर पर यात्राएं
पीएम मोदी की चीन यात्रा
- प्रधानमंत्री मोदी की चीन की यात्रा (9-10 जून, 2018)
- प्रधानमंत्री मोदी की चीन की यात्रा (26-28 अप्रैल, 2018)
- 9वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की चीन की यात्रा (सितम्बर, 2017)
- प्रधानमंत्री मोदी की चीन की यात्रा (सितंबर 03-05, 2016)
- प्रधानमंत्री मोदी की चीन की यात्रा (14 - 16 मई, 2015)
भारतीय विदेश मंत्री की चीन यात्रा
- विदेश मंत्री की चीन की यात्रा (11-13 अगस्त, 2019)
- रूस के 16 वें विदेश मंत्रियों की बैठक के लिए विदेश मंत्री की वुझेन, चीन की यात्रा (फरवरी 27, 2019)
- विदेश मंत्री की चीन की यात्रा (21-24 अप्रैल, 2018)
चीनी नेताओं की भारत यात्रा
- चीन के विदेश मंत्री की भारत की यात्रा (21 दिसंबर - 24, 2018)
- चीन के विदेश मंत्री की भारत की यात्रा (12-14 अगस्त, 2016)
- चीन जनवादी गणराज्य के उप राष्ट्रपति की भारत यात्रा (3-7 नवंबर, 2015)
- चीन जनवादी गणराज्य के राष्ट्रपति की राजकीय यात्रा (17-19 सितंबर, 2014)
- चीन जनवादी गणराज्य के विदेश मंत्री की भारत यात्रा (8-9 जून, 2014)
भारत और चीन में राजनैतिक संबंध
- 1 अप्रैल 1950 को भारत चीन जनवादी गणराज्य के साथ राजनयिक संबंध स्थापित करने वाला पहला गैर समाजवादी ब्लाक का देश बना.
- प्रदानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने अक्टूबर 1954 में चीन का दौरा किया. हालांकी 1962 में भारत-चीन संघर्ष संबंदो के लिए एक गंबीर आगात था, परंतु प्रदानमंत्री राजीव गांधी की 1988 में महत्वपूर्ण यात्रा से द्विपक्षीय संबंधो में सुधार के चरण की शुरुआत हुई.
- 1993 में प्रदानमंत्री श्री नरसिम्हा राव की चीन यात्रा के दौरान भारत-चीन सीमा क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर शांति एवं अमन – बनाए रखने के लिए करार पर हस्ताक्षर ने द्विपक्षीय संबंधो में बढती स्थिरता एवं महत्व को प्रतिबंधित किया.
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- भारत और चीन ने 30 से अधिक संवाद स्थापित किए हैं. इसमें द्विपक्षीय राजनीतिक, आर्थिक, कांसुलर को कवर करते हुए विभिन्न स्तरों पर क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर संवाद समेत कई मामले शामिल हैं.
- दोनों देशों के विदेश मंत्री नियमित रूप से बैठक करते रहे हैं. तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने फरवरी 2015 में रूस-भारत-चीन के लिए बीजिंग का दौरा किया.
- अप्रैल 2018 में विदेश मंत्री ने बीजिंग का दौरा किया.
- 2003 में विशेष प्रतिनिधियों के मैकेनिज्म की स्थापना के बाद भारत-चीन सीमा प्रश्न पर 21 दौर की वार्ता हो चुकी है.
Source : शंकरेष के.