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नीतीश का पलटवार, कहा लालू को पहला चुनाव मैंने जिताया

बिहार में साल 2015 में विधानसभा चुनाव से पहले बने आरजेडी, जेडीयू और कांग्रेस के महागठबंधन के टूटने के बाद लालू यादव लगातार सीएम नीतीश कुमार पर हमलावर है।

Updated on: 31 Jul 2017, 06:23 PM

highlights

  • नीतीश कुमार का लालू पर पलटवार, कहा लालू को पहली बार मैंने जितवाया था चुनाव
  • लालू यादव ने गठबंधन टूटने के बाद कहा था नीतीश उनकी बदौलत सीएम बने थे 

नई दिल्ली:

बिहार में साल 2015 में विधानसभा चुनाव से पहले बने आरजेडी (राष्ट्रीय जनता दल), जेडीयू (जनता दल युनाइटेड) और कांग्रेस के महागठबंधन के टूटने के बाद लालू यादव लगातार सीएम नीतीश कुमार पर हमलावर हैं। 26 जुलाई को गठबंधन टूटने के बाद लालू कई बार कह चुके हैं कि उन्होंने जेडीयू के कम सीट आने के बावजूद भी नीतीश कुमार को सीएम बनाया था।

लालू के इसी दावे पर अब सीएम नीतीश कुमार ने पलटवार किया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीतीश ने अपने और लालू के रिश्तों और राजनीतिक यात्रा की कहानी सुनाई। उन्होंने ये बाताया कि कैसे कि कैसे वह लालू यादव की शुरूआती दिनों से मदद करते रहे हैं।  

कुमार ने कहा, लालू जी बार-बार कहते हैं कि उन्होंने मुझे बनाया लेकिन किसने किसको बनाया वो आज मैं बताता हूं।'

नीतीश ने कहा, 'जब लालू जी पटना विश्व विद्यालय के छात्र यूनियन के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ रहे थे। उस वक्त मैं बिहार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में पढ़ रहा था और वहां 500 छात्र थे। हमारे कॉलेज का भी मजबूत उम्मीदवार था लेकिन मैंने उस वक्त 450 वोट लालू जी को दिलवाए जिसकी बदौलत वो स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष बन पाए थे। इंजीनियरिंग कॉलेज में मेरी प्रतिष्ठा थी उनके हितों के लिए हम लड़ते थे और मेरे कहने पर लालू जी को वोट मिला वो भूल गए और आज कहते है क्या किया।'

नीतीश ने कहा, 'हम 1989 में बाढ़ से सांसद बने तो आपकी (लालू) कृपा से बने क्या। 1991 के मंडल कमीशन के बाद पूरा ध्रुवीकरण हुआ था जिसमें लालू जी गए थे। लेकिन अगर वो नहीं जाते तो भी हम जीतते। आज कल उसी की कहानी सुनाते हैं हर जगह।'

उन्होंने कहा, 'जब जननायक कर्पूरी ठाकुर जी का निधन हो गया था और लोकदल के विधायक दल के नेता को चुनना था तो कितने लोग लालू जी के साथ थे?सिर्फ एक विधायक उनके साथ थे। हमने तय किया और जितने गैर यादव विधायक लोक दल में थे उन सब से बातचीत की और तय किया जननायक कर्पूरी ठाकुर जी अब नहीं है इसलिए हमें यादव समुदाय से ही किसी शख्स को नेता बनाना चाहिए जो राज्य में सबसे बड़ी संख्या में हैं।

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नीतीश ने आगे कहा,  'जो भी नेता बनेगा उसे सबको साथ लेकर चलने की कोशिश करनी होगी क्योंकि कर्पूरी जी पार्टी के अंदर बहुत कष्ट दिया जाता था। सब लोग साथ दिए तब वो लोक दल के विधायक दल के नेता बने थे और हमारे लिए क्या किए..हमने क्या-क्या किया है ये मैं कहीं बताता नहीं हूं और लोग (लालू) भूल जाते हैं।'

गौरतलब है कि लालू के बेटे पर सीबीआई के भ्रष्टाचार के आरोप में सीबीआई के केस दर्ज करने के बाद जेडीयू ने उनसे सफाई देने और पद से इस्तीफा देने की मांग की थी। जब लालू यादव ने तेजस्वी के इस्तीफे से मना कर दिया तो नीतीश कुमार ने 26 जुलाई की शाम को पद से इस्तीफा दे दिया और एनडीए के सहयोग से सरकार बना ली।

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