भारतीय इतिहास में शायद पहली बार ही ऐसा हुआ होगा जब देश में किसी दोषी को सजा सुनाने के लिए जज हेलिकॉप्टर से कोर्ट पहुंचे हों।
हरियाणा की राजनीती में बेहद प्रभाव रखने वाले डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को रेप के मामले में दोषी ठहराकर स्पेशल सीबीआई कोर्ट के जज जगदीप सिंह ने हरियाणा ही नहीं पूरे देश में सनसनी मचा दी थी।
दोषी करार दिए जाने के साथ ही हरियाणा ही नहीं देश के राज्यों में राम रहीम के समर्थकों ने भारी उत्पात मचाया था जिसमें 36 लोगों की जान चली गई थी।
एक ऐसे शख्स को सजा सुनाना जिसके आगे राजनीति के बड़े-बड़े दिग्गज आकर सिर झुकाते हों और वो कानून व्यवस्था के लिए चुनौती बन जाए कोई आसान काम नहीं था।
जेल में बंद डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को सजा सुनाने के लिए जैसे ही जज जगदीप सिंह का हेलिकॉप्टर रोहतक के आसमान में पहुंचा मीडिया के सैकड़ों कैमरे उसे कैद करने लगे। जगदीप सिंह पर आज सिर्फ मीडिया की ही नजरें नही थी बल्कि देश के हर नागरिक की नजर थी।
लोग ये जानने को बेचैन थे कि हरियाणा की राजनीतिक में इतनी धमक रखने वाले गुरमीत राम रहीम को जज आज कितनी सजा सुनाएंगे।
रोहतक जेल में लगाए गए स्पेशल कोर्ट में जज जगदीप सिंह ने बिना गुरमीत सिंह के रसूख की परवाह किए रेप के दो मामलों में उन्हें 20 साल की सजा सुना दी। सोशल मीडिया पर लोग गुरमीत सिंह को सजा सुनाने वाले जज जगदीप सिंह की दिल खोलकर तारीफ कर रहे हैं। कई लोगों ने तो उन्हें इस साहासिक फैसला देने के लिए सलाम तक किया है। गौरतलब है कि इस मामले में करीब 15 सालों तक सुनवाई चलने के बाद फैसला आया था।
अदालत की 15 सालों की लड़ाई में अभूतपूर्व फैसला सुनाने वाले जज जगदीप सिंह के बारे में जानें कुछ बातें -
1. जगदीप सिंह हरियाणा के रहने वाले हैं। जगदीप सिंह ने साल 2000 में पंजाब यूनिवर्सिटी से वकालत की डिग्री ली।
2. जज जगदीप सिंह ने साल 2012 में हरियाणा ज्यूडिशियल सर्विस ज्वॉइन की। उनकी पहली पोस्टिंग सोनीपत में रही और सीबीआई कोर्ट में उनकी दूसरी पोस्टिंग है।
3. ज्यूडिशियल सर्विस में आने से पहले जगदीप सिंह पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के वकील थे। अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश रह चुके जगदीप सिंह पिछले साल ही सीबीआई कोर्ट के जज नियुक्त किए गए।
4. सीबीआई कोर्ट में जज नियुक्त होना आसान नहीं होता, लेकिन ये जगदीप सिंह की काबिलियत है कि हाईकोर्ट प्रशासन ने एक ही पोस्टिंग के बाद उन्हें सीबीआई कोर्ट की जिम्मेदारी सौंप दी।
5. जगदीप सिंह साल 2000 और 2012 में कई सिविल और क्रिमिनल केस लड़ चुके हैं।
6. जगदीप सिंह सितंबर 2016 में पहली बार सुर्खियों में तब आए, जब उन्होंने हादसे में घायल हुए चार लोगों की जिंदगी बचाई।
7. जगदीप सिंह हिसार से पंचकूला आ रहे थे। रास्ते में एक एक्सीडेंट हो गया था जिसमें चार लोग घायल हो गए थे। जगदीप सिंह ने तुरंत अपनी गाड़ी रुकवाई और घायलों को गाड़ी से बाहर निकाला।
8. उन्होंने एंबुलेंस को कॉल की, काफी देर बाद जब एंबुलेंस घटना स्थल पर नहीं पहुंची तो ऑपरेटर ने उन्हें बताया कि क्या 'एंबुलेंस उड़कर आएगी'? तब उन्होंने किसी निजी वाहन को रुकवाकर घायल लोगों को हॉस्पिटल ले गए।
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हालांकि फैसला सुनाते वक्त राम रहीम जज के सामने रोने लगे और जज जगदीप सिंह से रहम की अपील करने लगे। लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए और पीड़ितों को इंसाफ देने के लिए गुरमीत राम रहीम को उन्होंने 10 साल की सजा सुनाई।
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Source : News Nation Bureau