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सबजार बट (फाइल फोटो)
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सबजार बट (फाइल फोटो)
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में शुक्रवार से जारी आतंकियों के साथ मुठभेड़ में सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पिछले साल मारे गए हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी और एरिया कमांडर रहे बुरहानी वानी के साथी सबजार बट को सेना और पुलिस ने शनिवार को त्राल में मुठभेड़ में मार गिराया। इस मुठभेड़ के बाद घाटी में प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एस.पी.वैद ने बट के मारे जाने की पुष्टि की।
बट उर्फ अबू जरार ने आठ जुलाई, 2016 को अनंतनाग में सुरक्षा बलों के अभियान में मारे गए हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी की जगह संगठन की कमान संभाली थी। बट के सिर पर 10 लाख रुपये का ईनाम था और वह सुरक्षाबलों की वांछित (वांटेड) सूची में शीर्ष पर था।
बट के साथ एक और आतंकी इस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। त्राल में शुक्रवार से मुठभेड़ चल रही थी। सुरक्षाबलों ने बारामूला में भी शनिवार को रामपुर सेक्टर में एलओसी से घुसपैठ की कोशिश कर रहे छह आतंकियों को मार गिराया।
कौन था सबजार बट
बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से सबजार लश्कर के नए पोस्टर बॉय के तौर पर उभर रहा था। वानी के मौत के बाद उसे ही पहले लश्कर-ए-तैयबा का एरिया कमांडर बनाया गया था लेकिन फिर कमान जाकिर मूसा को सौंप दी गई। माना जाता है कि इसके पीछे सबजार का पढ़-लिखा न होना अहम वजह रही। लेकिन, सबजार न केवल पाकिस्तानी आकाओं से ज्यादा करीब था बल्कि बेहद ही तेज दिमाग वाला भी था।
त्राल का स्थानीय निवासी सबजार सोशल मीडिया पर वायरल हुई कई तस्वीरों और विडियो में बुरहान के साथ नजर आया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 25 साल का सबजार 'सब डॉन' के नाम से क्षेत्र में कुख्यात था।
यह भी पढ़ें: जम्मू कश्मीर: त्राल में हिजबुल कमांडर सबजार बट ढेर, बारामूला के रामपुर सेक्टर में भी छह आतंकी मारे गए
दक्षिणी कश्मीर के त्राल का रहने वाला बट बुरहान वानी का दाहिना हाथ माना जाता था। उसने दो साल तक बुरहान वानी के साथ काम किया था और हिजबुल मुजाहिद्दीन से जुड़े सभी लिंक और ताल्लुकात से वाकिफ था।
एक मीडिया रिपोर्ट में यह दावा भी किया गया है कि वह किसी लड़की से शादी करना चाहता था। लेकिन लड़की के परिवारवालों ने उसके प्रस्ताव को ठुकराया, इसके बाद धीरे-धीरे वह आतंक की राह पर चल निकला।
इससे पहले इसी साल मार्च में भी बट सुरक्षा बलों से अपने गृहनगर त्राल में घिर गया था। हालांकि, उसी रात अंधेरे और पत्थरबाजों की मदद से भागने में कामयाब हो गया था।
कश्मीर में प्रदर्शन
बट के मारे जाने की खबर फैलते ही अनंतनाग, पुलवामा और शोपियां में दुकानें बंद कर दी गईं। किसी भी तरह की अफवाह को फैलने से रोकने के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं। प्रशासन ने अप्रैल से सोशल मीडिया पर लगे प्रतिबंध को शुक्रवार शाम को ही हटाया था।
श्रीनगर के पॉलीटेक्निक संस्थान और एक कॉलेज के छात्रों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, जबकि नौहट्टा में पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन जारी हैं। प्रशासन इस दिशा में पुख्ता कदम उठा रहा है कि हिजबुल कमांडर के मारे जाने के बाद कानून एवं व्यवस्था की स्थिति खराब न हो।
सूत्रों के अनुसार, जम्मू एवं कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती राज्य में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए श्रीनगर में उच्चस्तरीय बैठक आयोजित करने वाली हैं।
(IANS इनपुट के साथ)
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Source : News Nation Bureau