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Photo- ANI
गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी का कहना है कि जम्मू कश्मीर पिछले 3 दशकों से सीमापार आतंकवाद से जूझ रहा है हालांकि आतंकवादियों के खिलाफ निरंतर कार्रवाई के कारण पिछले कुछ वर्षों में आतंकवादियों को निष्प्रभावी कर दिया गया है.
MoS Home G Kishan Reddy in Lok Sabha: All agencies are working in a coordinated manner & intelligence inputs are shared among various agencies on a real time basis. The investigation by NIA has so far resulted in identifying conspirators, suicide attacker & the vehicle provider. https://t.co/XmHwpdPsfw
— ANI (@ANI) June 26, 2019
दरअसल किशन रेड्डी से पूछा गया था कि क्या फरवरी में हुआ पुलवामा हमला इंटेलिजेंस का फेलियर था, जिसके जवाब में उन्होंने कहा, 'सभी एजेंसियां समन्वित तरीके से काम कर रही हैं और खुफिया जानकारी विभिन्न एजेंसियों के बीच वास्तविक समय के आधार पर शेयर की जाती हैं . एनआईए की तरफ से अब तक की गई जांच में साजिशकर्ता, आत्मघाती हमलावर और गाड़ी देने वालों की पहचान हुई है.
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इससे पहले मंगलवार को जी किशन रेड्डी ने लोकसभा में कहा कि बीजेपी की सरकार में पिछले तीन साल में जम्मू कश्मीर में सेना ने 733 आतंकवादियों को मार गिराया है. उन्होंने कहा कि 113 आतंकियों को सेना ने 2019 में 16 जून तक मार गिराया. उन्होंने यह भी कहा कि हालांकि उसी बीच 18 नागरिक भी मारे गए.
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वहीं साल 2018 में 257 आतंकवादी मारे गए, 2017 में 213 और 2016 में 150. किशन रेड्डी ने कहा, कि आतंकवादियों के मामले में सरकार ने जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है. इसके अलावा सुरक्षाबल उन व्यक्तियों पर भी कड़ी नजर रखे हुए हैं जो आतंकवादियों को समर्थन देने और उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू करने का प्रयास करते हैं.