logo-image

Farmer Protest: खनौरी बॉर्डर की ओर बढ़ रहे किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़े, पुलिस ने किया लाठी चार्ज 

Farmer Protest: किसानों के टैक्टरों की हवा पुलिस ने निकाल दी. इस दौरान किसानों ने पुलिस पर पथराव भी किया. गौरतलब है यहां पर 18 फरवरी से किसानों का धरना जारी है. 

Updated on: 24 Feb 2024, 07:02 AM

नई दिल्ली:

Farmer Protest: हरियाणा में किसान और पुलिस के बीच दोबारा से टकराव के हालात देखने को मिल रहे हैं. किसान आंदोलन (Kisan Andolan) को लेकर खनौरी बॉर्डर जा रहे किसानों पर पुलिस ने लाठियां भांजी और आंसू गैस के गोले छोड़े. पुलिस की गाड़ी में तोड़फोड़ की सूचना मिल रही है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हिसार के खेड़ी चौपटा का यह मामला बताया जा रहा है. खनौरी सीमा की ओर बढ़ रहे किसानों को पुलिस ने रोकने का प्रयास किया. मगर किसान रुके नहीं. इस कारण पुलिस को लाठीचार्ज के साथ आंसू गैस के गोले छोड़े. किसानों के टैक्टरों की हवा पुलिस ने निकाल दी. इस दौरान किसानों ने पुलिस पर पथराव भी किया. गौरतलब है यहां पर 18 फरवरी से किसानों का धरना जारी है. 

सरकारी संपत्ति को काफी नुकसान हुआ

किसानों के धरना प्रदर्शन के कारण हरियाणा पुलिस राष्ट्रीय सुरक्षा एक्ट के तहत मामला दर्ज करने की तैयारी में थी. मगर पुलिस ने अपना निर्णय बदल दिया. अंबाला पुलिस ने शंभू बॉर्डर पर भारी पुलिस बल को तैनात किया है. कई बार किसानों और पुलिस के बीच भिड़ंत भी देखी गई है. पूरे हरियाणा में 30 पुलिसकर्मी घायल हो गए. वहीं दो पुलिस जवानों की मौत हो गई. इसके साथ सरकारी संपत्ति को काफी नुकसान हुआ. 

ये भी पढ़ें: UP MLC Election 2024: यूपी में 13 MLC सीटों पर चुनाव की तारीखों का ऐलान, 11 मार्च नामांकन का ​अंतिम दिन

क्या बोले किसान नेता

किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल और सरवन सिंह पंढेर ने शुक्रवार को पत्रकार वार्ता के दौरान जानकारी दी. उन्होंने कहा कि बाकी किसान नेताओं से बात कर यह तय किया गया है कि शुभकरण सिंह को पहले न्याय दिलाया जाए. वहीं दिल्ली कूच को दो दिन तक के लिए रोका जाए. इससे प्रदर्शन दोबारा से शांतिपूर्ण रास्ते पर लौट सकेगा और हिंसा के पीछे के कारण का पता लगाया जाएगा. 

किसान दोनों ही सीमा पर टिके हुए हैं

बीते दो दिनों से किसान दोनों ही सीमा पर टिके हुए हैं. हालांकि 21 फरवरी को दिल्ली कूच को लेकर जुटी भीड़ जरूर जा चुकी है. मगर शंभू और खनौरी सीमा पर ट्रैक्टर ट्रॉलियों और किसानों की संख्या अधिक देखी गई है. पंजाब सरकार ने शभुकरण सिंह के परिवार को एक करोड़ रुपये मुआवजे का ऐलान किया गया है. वहीं बहन को नौकरी देने की बात भी कही है. इसके बाद भी किसान हरियाणा पुलिस के अफसरों पर मुकदमा दर्ज करवाने पर अड़े हैं.