किसानों को PM मोदी का संदेश, MSP पर दी सफाई
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन आज 23वें दिन में प्रवेश कर गया है. दिल्ली की सीमाओं पर हजारों की संख्या में किसान डटे हुए हैं और कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग पर अड़े हैं.
नई दिल्ली:
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन आज 23वें दिन में प्रवेश कर गया है. सियासी पचड़ों से अलग, टुकड़े-टुकड़े गैंग से दूरी और तमाम देश विरोधी ताकतों से किनारा करते हुए किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. दिल्ली की सीमाओं पर हजारों की संख्या में किसान डटे हुए हैं और कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग पर अड़े हैं. हाला
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने PM-FME (प्रधानमंत्री-सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम योजना) के कार्यान्वयन की प्रगति की समीक्षा के लिए दूसरी अंतर मंत्रिस्तरीय अधिकार प्राप्त समिति (IMEC) की बैठक में भाग लिया.
Delhi: Union Agriculture Minister Narendra Singh Tomar attends second Inter-Ministerial Empowered Committee (IMEC) meeting to review progress of implementation of PM-FME (Prime Minister -Formalisation of Micro food processing Enterprises) scheme. pic.twitter.com/FkHcboNS1a
— ANI (@ANI) December 18, 2020
बॉक्सर और कांग्रेस नेता विजेंद्र सिंह कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों का समर्थन करने टिकरी बॉर्डर पहुंचे. विजेंद्र सिंह ने कहा कि लड़ाई सरकार के साथ नहीं है, लड़ाई तीन काले कानूनों के साथ है.
बॉक्सर और कांग्रेस नेता विजेंद्र सिंह कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों का समर्थन करने टिकरी बॉर्डर पहुंचे। विजेंद्र सिंह ने कहा, "लड़ाई सरकार के साथ नहीं है, लड़ाई तीन काले कानूनों के साथ है।" #FarmersProtest pic.twitter.com/iqPpLz4kw7
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 18, 2020
चिपको आंदोलन के नेता सुंदरलाल बहुगुणा ने कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को समर्थन दिया है.
Chipko movement leader Sundarlal Bahuguna extends his support to farmers protesting against the three farm laws, says, "I support the demands of the 'annadatas' ". pic.twitter.com/ni9cMuwKFx
— ANI (@ANI) December 18, 2020
कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन आज 23वें दिन भी जारी है, इस बीच बॉर्डर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.
कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन आज 23वें दिन भी जारी है, इस बीच बॉर्डर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। #farmersrprotest pic.twitter.com/R0JNupDXjK
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 18, 2020
चिल्ला बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन भानु के प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह की भूख हड़ताल खत्म हो गई है. 6 दिन की भूख हड़ताल के बाद साथियों के साथ योगेश प्रताप भूख हड़ताल पर बैठे थे.
कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब के दयाल सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जो कमेटी बनाई है उसमें हम यकीन नहीं रखते. अगर सरकार बातचीत करके काले कानून वापस लेती है तो ठीक, नहीं तो हम ये मोर्चा नहीं छोड़ेंगे.
कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी पंजाब के दयाल सिंह ने बताया, "सुप्रीम कोर्ट ने जो कमेटी बनाई है उसमें हम यकीन नहीं रखते। अगर सरकार बातचीत करके काले कानून वापस लेती है तो ठीक, नहीं तो हम ये मोर्चा नहीं छोड़ेंगे।" pic.twitter.com/0VTUbAKWh7
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 18, 2020
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मध्य प्रदेश के किसानों को संबोधित करेंगे.
कृषि कानूनों पर सुप्रीम कोर्ट ने रुख के बाद किसान नेता आज आगे की रणनीति तय करने के लिए कॉलिन गोंजाल्वेस, दुष्यंत दवे और प्रशांत भूषण जैसे वरिष्ठ वकीलों के साथ विचार-विमर्श करेंगे.
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