logo-image

किसानों को PM मोदी का संदेश, MSP पर दी सफाई

कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन आज 23वें दिन में प्रवेश कर गया है. दिल्ली की सीमाओं पर हजारों की संख्या में किसान डटे हुए हैं और कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग पर अड़े हैं.

Updated on: 18 Dec 2020, 11:00 AM

नई दिल्ली:

कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन आज 23वें दिन में प्रवेश कर गया है. सियासी पचड़ों से अलग, टुकड़े-टुकड़े गैंग से दूरी और तमाम देश विरोधी ताकतों से किनारा करते हुए किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. दिल्ली की सीमाओं पर हजारों की संख्या में किसान डटे हुए हैं और कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग पर अड़े हैं. हाला

calenderIcon 16:30 (IST)
shareIcon

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने PM-FME (प्रधानमंत्री-सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम योजना) के कार्यान्वयन की प्रगति की समीक्षा के लिए दूसरी अंतर मंत्रिस्तरीय अधिकार प्राप्त समिति (IMEC) की बैठक में भाग लिया.


calenderIcon 14:03 (IST)
shareIcon

बॉक्सर और कांग्रेस नेता विजेंद्र सिंह कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों का समर्थन करने टिकरी बॉर्डर पहुंचे. विजेंद्र सिंह ने कहा कि लड़ाई सरकार के साथ नहीं है, लड़ाई तीन काले कानूनों के साथ है.


calenderIcon 10:48 (IST)
shareIcon

चिपको आंदोलन के नेता सुंदरलाल बहुगुणा ने कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को समर्थन दिया है.


calenderIcon 09:09 (IST)
shareIcon

कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन आज 23वें दिन भी जारी है, इस बीच बॉर्डर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. 


calenderIcon 09:05 (IST)
shareIcon

चिल्ला बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन भानु के प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह की भूख हड़ताल खत्म हो गई है. 6 दिन की भूख हड़ताल के बाद साथियों के साथ योगेश प्रताप भूख हड़ताल पर बैठे थे.

calenderIcon 08:33 (IST)
shareIcon

कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब के दयाल सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जो कमेटी बनाई है उसमें हम यकीन नहीं रखते. अगर सरकार बातचीत करके काले कानून वापस लेती है तो ठीक, नहीं तो हम ये मोर्चा नहीं छोड़ेंगे. 


calenderIcon 06:57 (IST)
shareIcon

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मध्य प्रदेश के किसानों को संबोधित करेंगे.

calenderIcon 06:57 (IST)
shareIcon

कृषि कानूनों पर सुप्रीम कोर्ट ने रुख के बाद किसान नेता आज आगे की रणनीति तय करने के लिए कॉलिन गोंजाल्वेस, दुष्यंत दवे और प्रशांत भूषण जैसे वरिष्ठ वकीलों के साथ विचार-विमर्श करेंगे.