केंद्रीय राज्य मंत्री किरण रिजीजू पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप के खिलाफ कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने जांच की मांग उठाई है। सुरजेवाला ने इस मामले में किरण रिजीजू पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उनके पास पर्याप्त सबूत हैं। उन्होंने कहा,'जब तक जांच नहीं होती रिजीजू जी को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।सुरजेवाला वाला ने कहा, 'रिजीजू के भाई ने सीवीसी ऑफिसर सतीश वर्मा को प्रमोशन का लालच भी दिया है।'
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कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी ने भी रिजीजू के इस्तीफे की मांग की है।
इससे पहले किरण रिजीजू ने अपने उपर लगे भ्रष्टाचार के आरोप पर सफाई देते हुए कहा है कि ऐसी झूठी खबरे फैलाने वाले जूते खाएंगे। अरुणाचल के हाइड्रल प्रोजेक्ट में करप्शन के आरोपों में कथित तौर पर रिजीजू का नाम भी सामने आया है। अपने उपर लगे आरोपों को उन्होंने सिरे से खारिज करते हुए कहा,'मेरे खिलाफ झूठी खबरें प्लांट की जा रही हैं।'
Ye jo plant kar rhe hain news,hamare yahan ayenge to joote khaynge,logon ki sewa krna corruption hai?:Kiren Rjiju on Arunachal Hydro Project pic.twitter.com/eNQWLf2ttg
नॉर्थ ईस्टर्न इलेक्ट्रिक पावर कॉर्पोरेशन के चीफ विजिलेंस ऑफिसर (सीवीसी) सतीश वर्मा की 129 पेजों की रिपोर्ट में रिजीजू, उनके कथित भाई समेत कॉर्पोरेशन के दूसरे उच्चाधिकारियों का नाम होने की बात कही जा रही है।
किरण रिजीजू ने कहा है कि ये प्रो़जेक्ट कांग्रेस सरकार के समय के हैं। कांग्रेस को माफी मांगनी चाहिये। उन्होंने ये भी कहा कि गांव के सभी लोगों को हमारे यहां भाई या कज़िन ही कहा जाता है, रिश्ता होना ज़रूरी नहीं है।
Ye contracts aur payments Congress ke samay ke hain, unhe maafi maangni chahiye: Kiren Rijiju,MoS Home on Arunachal Hydro project pic.twitter.com/P2C1syx4Is
किरण रिजिजू ने पूरे मामले पर कांग्रेस के रुख को राजनीति से प्ररित बताया है और कहा है कि ये राजनीति का निम्नतम स्तर है।
Really cheap! This is the copy of representation I received & forwarding letter to Power Minister. Is it a corruption helping poor Tribals? pic.twitter.com/lwQXthQsNI
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक सीवीसी ने इसी साल जुलाई महीने में सीबीआई और ऊर्जा मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। रिपोर्ट में हाइड्रो प्रॉजेक्ट के बिल भुगतान में फर्जीवाड़ा पाया गया था। इस लिस्ट में कई फर्जी कंपनियों के नाम पर भुगतान आदि का भी जिक्र किया गया है।
अखबार के मुताबिक किरण रिजीजू ने प्रॉजेक्ट के कॉन्ट्रैक्टर का फंड जारी करने के लिए ऊर्जा मंत्रालय को चिट्ठी लिखी थी। रिजीजू ने इन आरोपों को भी नकारते हुए कहा कि उन्होंने किसी बड़े ठेकेदार के लिए चिठ्ठी नहीं लिखी।
अखबार की रिपोर्ट में इस मामले के तार किरण रिजीजू के चचेरे भाई गोबोई रिजीजू जो की एक ठेकेदार है उनसे भी जूड़े होनो की बात कही जा रही है। जिस पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा वह केवल आम लोगों की मदद कर रहें है।
अखबार के रिपोर्ट में कहा गया है कि सीवीसी चीफ सतीश वर्मा ने एक ऑडियो टेप भी दी है जिसमे गोबोई रिजीजू फंड जारी करने के लिए किरन रिजीजू के नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं।