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चकमा और हाजोंग समुदाय को भारत की नागरिकता देने का किरण रिजीजू ने किया बचाव

किरण रिजीजू ने कहा, 'चकमा और हाजोंग समुदाय के लोगों को कांग्रेस की सरकार ने ही अरुणाचल में 1964 और 1969 के बीच बसा दिया था।

Updated on: 13 Sep 2017, 02:44 PM

नई दिल्ली:

चकमा हाजोंग समुदाय को भारत की नागरिकता देने के मामले में किरण रिजीजू ने आज गृह मंत्रालय में अरुणाचल के मुख्यमंत्री से मुलाकात की।

किरण रिजीजू ने कहा, 'चकमा और हाजोंग समुदाय के लोगों को कांग्रेस की सरकार ने ही अरुणाचल में 1964 और 1969 के बीच बसा दिया था। दोनों समुदाय के लोगों को नागरिकता देने की बात सुप्रीम कोर्ट ने भी कही है।'

रिजीजू ने कहा, 'इस मामले में हम यही कहना चाहते हैं कि चकमा और हाजोंग समुदाय के लोगों को नागरिकता देने के मामले में अरुणाचल के स्थानीय लोगों के अधिकारों का हनन नहीं होने दिया जाएगा। किसी भी सूरत में उनका नुकसान नही होगा। हम स्थानीय प्रशासन से मिलकर बेहतर कदम उठाएंगे।'

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वहीं रोहिंग्या समुदाय पर बोलते हुये किरन रिजीजू ने कहा कि इस मामले में हम कानून के जरिये ही कदम उठाएंगे। हम गैर कानूनी कुछ भी नहीं करेंगे।

इससे पहले रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि रोहिंग्या मुसलमानों के गैरकानूनी तरीके से भारत में आने पर देश की सुरक्षा को खतरा होने से इनकार नहीं किया जा सकता।

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