मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने केंद्र सरकार की ही तरह राज्य के किसानों को मुख्यमंत्री किसान-कल्याण योजना के तहत चार हजार रुपये के स्थान पर अब छह हजार रुपये प्रतिवर्ष देने का निर्णय लिया है।
राजगढ़ जिले में किसान-कल्याण महाकुंभ में मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री किसान-कल्याण योजना में किसानों को चार हजार रुपये के स्थान पर अब छह हजार रुपये प्रतिवर्ष मिला करेंगे। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में किसानों को प्रतिवर्ष छह हजार रुपये प्राप्त होते हैं। इस प्रकार अब किसानों को मिलने वाली वार्षिक राशि 12 हजार रुपये हो जाएगी।
इस आयोजन में देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि किसान अन्नदाता ही नहीं, भारत का भाग्य विधाता भी है। किसान के बेटों ने सीमाओं की रक्षा की है। भारत को ताकतवर बनाने के लिए किसानों को ताकतवर बनाना होगा। चाहे स्वतंत्रता की लड़ाई हो, वर्ष 1857 का संग्राम हो, चम्पारण का सत्याग्रह हो या गुजरात के बारडोली का आंदोलन, किसानों ने अंग्रेजों की चूल्हें हिला दी थीं। आज मध्यप्रदेश में इस किसान-कल्याण महाकुंभ में किसानों की बड़ी संख्या में उपस्थिति हर्षित करने वाली है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लाड़ली बहना योजना में ऐसे परिवार भी लाभान्वित होंगे, जहां ट्रेक्टर हैं। ट्रेक्टर को चार पहिया वाहन की श्रेणी में नहीं माना जाएगा। इन परिवार की बहनों को भी 1000 रुपये प्रतिमाह मिलेंगे। उन्होंने कहा कि खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। राज्य सरकार खाद-बीज के अग्रिम उठाव का 3 माह का ब्याज भी भरेगी। उन्होंने किसानों से कहा कि समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीदी शीघ्र ही शुरू होगी।
रक्षा मंत्री सिंह और मुख्यमंत्री चौहान ने सिंगल क्लिक से मुख्यमंत्री कृषक ब्याज माफी योजना-2023 में 11 लाख किसानों के खाते में 2 हजार 123 करोड़, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में 44 लाख 49 हजार किसानों के खाते में 2 हजार 900 करोड़, मुख्यमंत्री किसान-कल्याण योजना में 70 लाख 61 हजार किसानों के खाते में एक हजार 400 करोड़, इस प्रकार 6 हजार 423 करोड़ रुपये भेजे। कार्यक्रम में किसानों के साथ ही बड़ी संख्या में बहनें एवं बेटियां एकत्र हुईं।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS