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sabarimala
वार्षिक मंडला पूजा से कुछ दिन पहले केरल के मंदिर शहर सबरीमाला में एक बार फिर तनातनी की स्थिति बन रही है. 10 से 50 साल की आयु वर्ग की 11 महिलाएं भगवान अय्यपा के दर्शन के लिए रविवार को पंबा पहुंचीं जहां से उन्हें मंदिर तक जाने के लिए पहाड़ी की चढ़ाई करनी है. महिलाओं के पंबा पहुंचने के साथ ही श्रद्धालुओं के एक हिस्से ने मंदिर शहर में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है. ये सभी महिलाएं तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, ओडीशा, कर्नाटक और केरल की रहने वाली हैं. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद अभी तक 50 साल से कम उम्र की कोई भी महिला मंदिर में प्रवेश नहीं कर पाई हैं. दर्शन करने से पहले ये सभी महिलाएं 5 दिनों तक व्रत रखा है और भक्तों के लिए जरूरी सभी रीति-रिवाज़ों का पालन करने वाली है.
सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले 10 से 50 साल तक की महिलाओं के मंदिर में प्रवेश पर रोक थी. परंपरा अनुसार लोग इसका कारण महिलाओं के पीरियड्स यानि मासिक धर्म को बताते हैं क्योंकि मंदिर में प्रवेश से 40 दिन पहले हर व्यक्ति को तमाम तरह से खुद को पवित्र रखना होता है और मंदिर बोर्ड के अनुसार पीरियड्स महिलाओं को अपवित्र कर देते हैं. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में मंदिर में महिलाओं को प्रवेश करने की अनुमति दे दी.
Source : News Nation Bureau