केरल के कोझिकोड में एक प्रोफेसर के द्वारा छात्राओं पर उनके पहनावे और लैंगिकवादी (सेक्सिस्ट) बयान देने के खिलाफ छात्रों ने प्रोफेसर के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर की और विरोध प्रदर्शन किया है।
फारूक ट्रेनिंग कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर टी जौहर मुनव्वर ने छात्राओं के ड्रेस को 'गैर-इस्लामिक' बताया था।
प्रोफेसर ने लड़कियों की निंदा करते हुए कहा, 'छात्राएं अब मुफ्ताह नहीं पहनती हैं लेकिन उनको अपने सर को स्कार्फ या शॉल से ढकना चाहिए। वे जानबूझकर अपनी छाती को दिखाती हैं जैसे तरबूज के टुकड़ों को प्रदर्शित करती हों।'
प्रोफेसर के इस शर्मनाक बयान का ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
इसके बाद छात्राओं ने वामपंथी छात्र संगठन स्टूडेंट्स फेडेरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के बैनर तले हाथ में तरबूज को लेकर और उसे बांटते हुए जोरदार प्रदर्शन किया।
वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने भी कॉलेज के सामने तरबूजों को टुकड़े टुकड़े कर अपना विरोध जताया। इससे पहले भी कॉलेज में होली के मौके पर छात्रों और शिक्षकों के गुट में झड़प हुई थी।
उस वक्त छात्रों ने कुछ शिक्षकों पर आरोप लगाया था कि उनके साथ अभद्र बातें की गई थी जिसके बाद इस मामले में पुलिस ने केस भी दर्ज किया था।
ऑडियो क्लिप के अनुसार प्रोफेसर ने कहा था, 'इस कॉलेज में 80 फीसदी पढ़ने वाले छात्र महिलाएं हैं। वे पर्दा के नीचे लेगिंग्स पहन कर कॉलेज आती हैं।'
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Source : News Nation Bureau