केरल के सांसद ई अहमद का बुधवार सुबह निधन हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ई अहमद के निधन पर दुख जताया है।
अहमद को बजट सत्र के पहले दिन राष्ट्रपति अभिभाषण के दौरान दिल का दौरा पड़ गया था। जिसके बाद उन्हें तुरंत राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया था। 78 साल के अहमद को डॉक्टरों ने बुधवार तड़के 2.15 पर मृत घोषित कर दिया।
इसके बाद उनका परिवार शव लेकर तीन मूर्ति मार्ग गया। सुबह 8-11 बजे तक ई अहमद की बॉडी को उनके आवास 9-तीन मूर्ति मार्ग पर रखा जाएगा। बता दें कि परिवार वालों ने अस्पताल प्रशासन पर सांसद से मिलने नहीं देने का आरोप लगाया था।
परिवार वालों का कहना था कि अस्पताल ई अहमद के बारे में आधी-अधूरी सूचना दे रहा था और लोगों को उनसे मिलने तक नहीं दिया जा रहा था। यहां तक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी अस्पताल प्रशासन ने मिलने से रोक दिया था।
प्रधानमंत्री मोदी ने ई अहमद के निधन पर दुख जताते हुए ट्वीट किया कि मुस्लिम समाज को सशक्त बनाने की उनकी कोशिशें हमेशा याद की जाएंगी। साथ ही उन्होंने लिखा कि अहमद केरल के विकास में अहम प्रयास किए और वह एक अनुभवी राजनेता के निधन से दुखी हैं।
अहमद केरल की मालाप्पुरम लोकसभा सीट से सांसद थे। वर्तमान में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। मनमोहन सिंह की सरकार में वे 2004 से 2009 के बीच विदेश राज्यमंत्री रहे थे।