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बच्चों से दुष्कर्म के दोषियों को फांसी की सजा मिले: मेनका गांधी

मेनका गांधी ने एक वीडियो संदेश में कहा, 'मैं कठुआ में एक बच्ची से दुष्कर्म और हाल ही में बच्चों के साथ हुए दुष्कर्म के मामलों से बहुत व्यथित हूं।'

Updated on: 13 Apr 2018, 01:58 PM

नई दिल्ली:

जम्मू एवं कश्मीर के कठुआ में आठ साल की बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म पर लोगों के रोष के बाद केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने शुक्रवार को कहा कि उनका मंत्रालय बच्चों के साथ दुष्कर्म के दोषियों के लिए मृत्युदंड की सजा के प्रावधान के लिए पॉस्को एक्ट में संशोधन की मांग पर विचार कर रहा है।

मेनका गांधी ने एक वीडियो संदेश में कहा, 'मैं कठुआ में एक बच्ची से दुष्कर्म और हाल ही में बच्चों के साथ हुए दुष्कर्म के मामलों से बहुत व्यथित हूं।'

उन्होंने कहा, 'मैं और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय यौन अपराधों से बच्चों की सुरक्षा (पॉस्को) एक्ट में संशोधन का प्रस्ताव रखेंगे, जिसके तहत 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के साथ दुष्कर्म करने वालों के लिए मृत्युदंड की सजा का प्रावधान हो।'

गौरतलब है कि जनवरी में कठुआ के रसाना गांव में बकरवाल समुदाय की आठ वर्षीय बच्ची को अगवा कर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या में मास्टरमाइंड सांझी राम सहित आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

जांच से पता चला है कि बच्ची को मंदिर में बंधक बनाकर रखा गया और उसे आठ दिनों तक भूखा रखकर नशीली दवाएं दी गई और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। इसके बाद बच्ची की नृशंस हत्या कर दी गई। 

जांच के मुताबिक, गांव में घुमंतू मुस्लिम समुदाय में खौफ पैदा करने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया गया।

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