अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने सेना की उस कार्रवाई को सही ठहराया है जिसमें सेना ने कथित तौर पर पत्थरबाजी से बचने के लिए एक शख्स को 'मानव ढाल' बनाया था।
मुकुल रोहतगी ने कहा, 'हालात की मांग यही थी और किसी की जान न जाए, यह सुनिश्चित करने का यह एक प्रभावी उपाय था।'
केंद्र सरकार ने भी सेना का साथ देते हुए कार्रवाई को जायज ठहराया था।
पिछले दिनों आये वीडियो क्लिप में कथित तौर पर कश्मीरी युवक मानव ढाल के रूप में सुरक्षा बलों की एक चलती हुई जीप के सामने बंधा हुआ दिख रहा है, ताकि पथराव से बचा जा सके।
सेना ने इस मामले की जांच के लिए आदेश दे दिये हैं। रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता, कर्नल राजेश कालिया ने कहा कि वीडियो की सामग्री की जांच की जा रही है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। इस वीडियो के आने के बाद कश्मीर के लोगों में गुस्सा है। लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं।
कश्मीर घाटी में गुरुवार रात इंटरनेट सेवाएं बहाल किए जाने के बाद शुक्रवार को सोशल मीडिया साइटों पर कई वीडियो सामने आए हैं। पिछले दिनों स्थानीय लोगों ने सेना के साथ भी बदसलूकी की थी।
और पढ़ें: जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाज़ों से निपटने के लिये अब प्लास्टिक बुलेट का होगा इस्तेमाल
HIGHLIGHTS
- कश्मीर में सेना द्वारा युवक को मानव ढाल बनाये जाने का मामला
- अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने जवानों की कार्रवाई को सही ठहराया
- मुकुल रोहतगी ने कहा, हालात की मांग यही थी और किसी की जान न जाए
Source : News Nation Bureau