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काशी विश्वनाथ बनेगा पूर्वांचल के विकास, व्यापार और रोजगार का पहिया

जानकारी के मुताबिक पंचकोसी मार्ग पर पड़ने वाले 108 मुख्य मंदिर, 44 धर्मशाला, कुंड और यात्री निवास के सौंदर्यीकरण का काम भी कराया जाना है.

Updated on: 13 Dec 2021, 04:14 PM

highlights

  • 50 हजार वर्ग मीटर के एक बड़े परिसर में कॉरिडोर को बनाया गया है 
  • निर्माण कार्य में अभी तक करीब 339 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं 

वाराणसी:

काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor) वाराणसी के साथ-साथ पूरे पूर्वांचल के विकास, कारोबार और रोजगार के लिए अहम है. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की वजह से वाराणसी में पर्यटन और व्यापार को काफी बढ़ावा मिलने की संभावना है. साथ ही रोजगार के ढेरों मौके भी उपलब्ध होने की संभावना जताई जाने लगी है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इच्छा शक्ति का ही परिणाम है कि श्री काशी विश्वानाथ धाम के तहत विभिन्न भवनों का निर्माण हो रहा है. योजना के तहत 70 किलोमीटर लंबे पंचकोसी मार्ग को भी अंतर्राष्ट्रीय स्वरूप देने का काम किया जा रहा है.

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पंचकोसी मार्ग का किया जाएगा सौंदर्यीकरण 
जानकारी के मुताबिक पंचकोसी मार्ग पर पड़ने वाले 108 मुख्य मंदिर, 44 धर्मशाला, कुंड और यात्री निवास के सौंदर्यीकरण का काम भी कराया जाना है. बता दें कि नगर निगम परिसर में जापान के सहयोग से 186 करोड़ रुपये की लागत से रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर का निर्माण किया गया है. पर्यटकों की सुविधा के लिए गंगा नदी में क्रूज का संचालन किया जा रहा है. गौरतलब है कि वाराणसी को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए अभी तक 403 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च हो चुके हैं. वाराणसी में 418 करोड़ रुपये के खर्च से मल्टी मॉडल टर्मिनल का निर्माण किया गया है. 

यूपी सरकार इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए कर रही है प्रयास
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार काशी में उद्योग एवं रोजगार को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. काशी के विकास के साथ-साथ उसके पड़ोसी जिलों चंदौली, गाजीपुर, मऊ, जौनपुर, भदोही और मिर्जापुर को भी फायदा पहुंचेगा. इन जिलों के लोगों को भी पर्यटन और व्यापार समेत कई नए अवसर उपलब्ध होंगे. जहां तक रोजगार की बात है तो इन जिलों के युवाओं को रोजगार के ढेरों मौके उपलब्ध होंगे. भविष्य में वाराणसी एक आर्थिक केंद्र के रूप में स्थापित हो सकता है. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 मार्च 2019 को काशी विश्वनाथ धाम का शिलान्यास किया था. मंदिर परिसर के लिए जमीन की खरीदारी में करीब 400 करोड़ रुपये और निर्माण कार्य में अभी तक करीब 339 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं.      

काशी विश्वनाथ कॉरिडोर छोटी बड़ी 23 इमारतें और 27 मंदिर हैं. बता दें कि 50 हजार वर्ग मीटर के एक बड़े परिसर में कॉरिडोर को बनाया गया है. साथ ही इसको तीन हिस्सों में बांटा गया है. कॉरिडोर में चार बड़े-बड़े गेट और परिक्रमा पथ पर 22 शिलालेख को लगाया गया है. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में शॉपिंग काम्प्लेक्स, मल्टीपर्पस हॉल, मंदिर चौक, मुमुक्षु भवन, तीन यात्री सुविधा केंद्र, सिटी म्यूजियम और वाराणसी गैलरी जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं.