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कासगंज हिंसा : कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर के काफिले पर लगी रोक, प्रशासन ने सुरक्षा का दिया हवाला

उत्तर प्रदेश सरकार ने कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर के नेतृत्व में कासगंज जाने वाले प्रतिनिधिमंडल को जाने से रोक दिया है।

Updated on: 31 Jan 2018, 12:19 PM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश सरकार ने कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर के नेतृत्व में कासगंज जाने वाले प्रतिनिधिमंडल को जाने से रोक दिया है। प्रशासन ने कहा कि कासगंज मे सुरक्षा के मद्देनजर कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल को जाने की इजाजत नहीं दी जा सकती।

आपको बता दें कि कासगंज हिंसा के बाद राजबब्बर के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल बुधवार को मृतक चंदन गुप्ता के परिजनों से मिलने और स्थिति का जायजा लेने के लिए जा रहा था।

इससे पहले मंगलवार को चंदन के परिवार से मिलने आ रहे अलीगढ बजरंग दल के जिला संयोजक धर्मवीर सिंह लोधी और उनके साथियों को मिशन चौराहे के निकट पुलिस ने रोक लिया। उन्हें संघ कार्यालय जाना था, लेकिन पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी।

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कासगंज में हुई हिंसा के दौरान चंदन की हत्या पर केंद्रीय गृह मंत्रालय के रिपोर्ट मांगे जाने के बाद ऐक्शन तेज हो गया है।

यूपी सरकार के आदेश पर प्रशासन की तरफ चंदन की मौत की जांच के लिए स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) गठित की गई है जो कासगंज रवाना हो गई है।

गौरतलब है कि कासगंज हिंसा के बाद शहर में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है और नेताओं की बयानबाजी भी लगातार जारी है।

उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने कासगंज हिंसा को एक बड़ी साजिश करार देते हुए इसके पीछे कांग्रेस का हाथ बताया तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी सांसद विनय कटियार ने कासगंज हिंसा के पीछे पाकिस्तान का हाथ बताया। उन्होंने कहा कि पाक समर्थकों ने चन्दन गुप्ता की हत्या की।

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