डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री सी.एन. अश्वथ नारायण ने शनिवार को कहा कि राज्यभर में इस साल स्मार्ट कक्षाओं की संख्या बढ़ाकर 8,500 की जाएगी।
उन्होंने सरकारी प्रथम श्रेणी के कॉलेजों में छात्रों को मुफ्त टैबलेट पीसी वितरित करने के एक समारोह में कहा, हम यह सुनिश्चित करने के लिए डिजिटल शिक्षा को अत्यधिक महत्व दे रहे हैं कि कोविड-19 संकट के समय में छात्र प्रभावित न हों।
नारायण, जिनके पास उच्च शिक्षा विभाग भी है, ने कहा कि राज्य सरकार ने उच्च शिक्षा के 8,500 कक्षाओं को स्मार्ट कक्षाओं में बदलने का लक्ष्य रखा है और इसमें से 2,500 स्मार्ट क्लासरूम पहले ही लॉन्च किए जा चुके हैं।
उन्होंने कहा, डिजिटल लर्निग के तहत पिछले साल 330 करोड़ रुपये की लागत से 1.10 लाख लैपटॉप डिग्री छात्रों को दिए गए। इस साल, पहली कक्षा की डिग्री, पॉलिटेक्निक और इंजीनियरिंग कॉलेजों के छात्रों को लगभग 1.6 लाख टैबलेट पीसी वितरित किए जा रहे हैं।
डिजिटल शिक्षा को हकीकत बनाने के लिए राज्य सरकार ने एक वैकल्पिक प्रभावी शिक्षण-शिक्षण प्रणाली भी बनाई है।
उन्होंने कहा, इस प्रणाली में प्रत्येक विषय पर सर्वोत्तम सामग्री शामिल है। हम 4 करोड़ रुपये के खर्च के साथ 3.5 लाख कक्षाएं विकसित करने की योजना बना रहे हैं।
उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से पार्टी में अपनी स्थिति अर्जित करने के लिए कड़ी मेहनत करने की भी अपील की।
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Source : IANS