कर्नाटक के पूर्व ज़िला पंचायत सदस्य ने केंद्रीय मंत्री अनंत हेगड़े की ज़बान काटने पर 1 करोड़ रुपये के इनाम का ऐलान किया है।
पूर्व कालाबुर्गी ज़िला पंचायत सदस्य गुरुशांत पाटेदार ने कहा हेगड़े के बयान से दलित, मुस्लिम, बैकवर्ड क्लासेज और सेक्युलर लोगों को चोट पहुंची है इसीलिए उन्होंने इस इनाम का ऐलान किया है।
पाटेदार जो खुद को दलित नेता बताते हैं उन्होंने कलबुर्गी में कहा है कि, 'उनकी (हेगड़े) टिप्पणियों का विरोध करते हुए मैं उनकी जीभ काटकर लाने वाले को 1 करोड़ रुपये का इनाम देने की घोषणा करता हूं।'
पाटेदार ऑल इंडिया मजालिस-ई-इंतेहादुल मुसल्लिमीन (एआईएमआईएम) के साथ जुड़े हुए हैं। पाटेदार ने कहा, 'मैं इनाम की राशि उस व्यक्ति को देने के लिए तैयार हूं जो एक महीने के अंदर, 26 जनवरी तक हेगड़े की जबान काट कर लाए।' उन्होंने हेगड़े पर संविधान की निंदा करने का भी आरोप लगाया।
धर्मनिरपेक्ष लोगों की अपनी कोई पहचान नहीं: अनंत हेगड़े
केंद्रीय कौशल विकास मंत्रालय और एंत्रप्रन्योरशिप के मंत्री अनंत हेगड़े ने रविवार को एक विवादास्पद बयान देकर बहस छेड़ दी। उन्होंने कोपाल ज़िले के कुकानुर टाउन में लोगों को कहा था कि 'जो लोग खुद को सेक्युलर कहते हैं वो अपने प्रतिशत के बारे में अनजान है।'
उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी होती है जब लोग अपने धर्म और जाति को गर्व से बताते हैं। मंत्री ने कहा था, 'मुझे खुशी होती है क्योंकि जो व्यक्ति अपने खून के बारे में जानता है, लेकिन मुझे नहीं पता कि उन्हें क्या कहा जाए तो खुद को सेक्युलर (धर्मनिरपेक्ष) बताते हैं।'
हेगड़े ने कहा था, 'जो अपने माता-पिता के खून के बारे में जाने बिना खुद को सेक्युलर बताते हैं, उनकी खुद की पहचान नहीं है। उन्हें अपने प्रतिशत के बारे में नहीं पता लेकिन वो बौद्धिक है।'
उन्होंने यह भी कहा कि वो संविधान का इज्जत करते हैं लेकिन 'यह आने वाले दिनों में बदल जाएगा।' कर्नाटक से पांच बार लोक सभा सांसद ने सत्तारुढ़ कांग्रेस पार्टी को चुनौती देते हुए कहा, 'हम यहां उसके लिए हैं और इसीलिए आए हैं।'
इस बयान के बाद मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने कहा कि बीजेपी नेता को 'न तो संसदीय भाषा के बारे में जानकारी है और न ही राजनीतिक भाषा के बारे में।'
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Source : News Nation Bureau