बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने लिंगायत को अलग धर्म का दर्जा देने को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि सभी धर्मों मे एकता की बात की जाती है लेकिन कांग्रेस ने हिंदू धर्म में ही विभाजन करने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि राज्य विधानसभा के चुनाव में लिंगायत समाज सिद्धरमैया के विभाजनकारी नीति का जवाब बैलेट से देगा।
उन्होंने कांग्रेस कहा, 'एक तरफ उनके पार्टी अध्यक्ष हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई को जोड़ने की बात करते हैं और तरफ उनके मुख्यमंत्री हिंदुओं की बीच में ही भेदभाव पैदा करके उन्हें तोड़ना चाहते हैं, ऐसा दोहरा रवैया नहीं चलेगा।'
हाल ही में सिद्धारमैया सरकार ने लिंगायत समुदाय को अलग धर्म की पहचान देने का प्रस्ताव दिया है। जिसके बाद से विवाद शुरू हो गया है और राज्य की राजनीति गरमा गई है।
अमित शाह ने कहा कि लिंगायत को अलग धर्म मानने का प्रस्ताव सीधे तौर पर चुनावों को ध्यान में रखकर लिया गया है।
उन्होंने कहा, 'मैं सिद्धारमैया जी से पूछता हूं कि 2013 में कांग्रेस की केंद्र सरकार ने जब लिंगायत को अल्पसंख्यक दर्जा दिए जाने की अपील को खारिज कर दिया था तब वह कहां थे? अब चुनाव से ठीक पहले इस तरह की बात क्यों? मुझे भरोसा है कि लिंगायत समुदाय इस चीज को समझता है और बैलेट के माध्यम से कांग्रेस को जवाब देगा।'
किसानों के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकारें गुजरात, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में पिछले 15 साल से हैं और वहीं पर किसानों की आत्महत्या की दर सबसे कम है। जो भी खबरें आत्महत्या की आ रही हैं वो किसानों के निजी मामलों की वजह से होने वाली डिप्रेशन से हैं।
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Source : News Nation Bureau