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दो निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने से कर्नाटक सरकार को कोई ख़तरा नहीं: देवगौड़ा

कर्नाटक में सियायी उथलपुथल के बीच दो निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस (जनता दल सेक्युलर) प्रमुख एचडी देवगौड़ा ने कहा कि यह केवल मीडिया द्वारा बनाया गया माहौल है.

Updated on: 16 Jan 2019, 10:08 AM

नई दिल्ली:

कर्नाटक में सियायी उथलपुथल के बीच दो निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस (जनता दल सेक्युलर) प्रमुख एचडी देवगौड़ा ने कहा कि यह केवल मीडिया द्वारा बनाया गया माहौल है. उन्होंने कहा, 'कर्नाटक सरकार से जिन दो विधायकों ने समर्थन वापस लिया है वह किसी भी पार्टी से जुड़े नहीं हैं. वे दोनों निर्दलीय हैं इसलिए इसे इतना बढ़ा-चढ़ा कर प्रस्तुत करने का कोई मतलब नहीं है. यह केवल मीडिया द्वारा माहौल बनाया जा रहा है.'

बता दें कि मंगलवार को कर्नाटक का नाटकीय घटनाक्रम पूरे दिन जारी रहा. इस बीच देर शाम दो निर्दलीय विधायक एच नागेश और आर शंकर ने कर्नाटक सरकार से समर्थन वापस ले लिया. दोनों विधायकों ने अपना समर्थन गठबंधन साझेदारों जेडी(एस), कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच विधायकों की कथित खरीद-फरोख्त को लेकर जारी राजनीतिक घमासान के बीच लिया है. निर्दलीय विधायक एच नागेश ने कहा, 'गठबंधन सरकार को मेरा समर्थन अच्छी और स्थिर सरकार चलाने के लिए था जो कि असफल हुआ. गठबंधन सहयोगियों के बीच कोई समझदारी नहीं है. इसलिए मैंने स्थिर सरकार के गठन के लिए बीजेपी के साथ जाने का फैसला किया और देखेंगे कि सरकार गठबंधन से बढ़िया प्रदर्शन करेगी.'

हवेरी जिले की राणेबेन्नुर विधानसभा सीट से विधायक शंकर क्षेत्रीय कर्नाटक प्रग्नवंता जनता पार्टी से संबद्ध हैं, वहीं नागेश कोलार जिले की मुलबागल विधानसभा सीट से विधायक हैं.

कांग्रेस आरोप लगा रही है कि बीजेपी उसके विधायकों को तोड़ रही है. वहीं राज्य के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी स्थिर सरकार होने का दावा कर रहे हैं.

कुमारस्वामी ने मंगलवार को कहा, 'अगर 2 विधायक अपना समर्थन वापस लेते हैं तो संख्या क्या होगी? मैं पूरी तरह से सुरक्षित हूं. मैं अपनी मजबूती को जानता हूं. पिछले सप्ताह से मीडिया में जो चल रहा है, मैं उसका आनंद ले रहा हूं.'

वहीं जेडी(एस) अध्यक्ष एच डी देवगौड़ा ने कहा कि, 'जेडीएस के सभी विधायक हमारे साथ हैं. हम उन्हें कहीं भेजने जा रहे हैं. वे अपने गांवों में हैं. कांग्रेस के विधायक भी कहीं नहीं गए हैं. कुमारस्वामी ने दो निर्दलीय विधायकों से भी संपर्क किया, उन्होंने कहा कि वे बीजेपी में नहीं जा रहे हैं.'

वहीं कर्नाटक के मंत्री के जे जॉर्ज ने इस घटना को लेकर कहा कि बीजेपी आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर माहौल बना रही है. उन्होंने कहा, 'मैं कर्नाटक में किसी तरह का राजनीतिक संकट नहीं देखता हूं. कांग्रेस विधायकों को संरक्षण देने की जरूरत नहीं है, कांग्रेस काफी मजबूत है और वे अपना संरक्षण खुद कर लेंगे.'

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तमाम अटकलों के बीच महाराष्ट्र सरकार में मंत्री राम शिंदे ने दावा कर दिया कि 2-3 दिनों में कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बन जाएगी. उन्होंने कहा, 'उन्हें (समर्थन वापस लेने वाले दोनों विधायक) बीजेपी से जुड़ने के बारे में अवश्य सोचना चाहिए जिसे जनादेश मिला था न कि उन्हें जो अप्राकृतिक गठबंधन बनाया था. मुझे ऐसा लग रहा कि आने वाले दिनों में ऑपरेशन लोटस सफल होगा.'