कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने सोमवार को विधानसभा में विश्वास मत जीत लिया है. विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए सीएम येदियुरप्पा ने सचिवों को लेकर बड़ा आदेश जारी किया है. उन्होंने एक अधिसूचना जारी कर निर्देश दिया है कि अगले आदेश तक विभाग सचिवों प्रभारी के रूप में काम करेंगे. अर्थात उन्होंने सचिवों की शक्तियों को सीज कर दिया है.
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साथ ही सीएम बीएस येदियुरप्पा ने बोर्ड और निगमों की शक्तियां भी वापस ले ली हैं. बता दें कि विश्वास मत का प्रस्ताव पेश करते हुए येदियुरप्पा ने कहा- मैं किसानों के मुद्दों को संबोधित करना चाहता हूं. मैंने राज्य की ओर से पीएम किसान योजना के तहत लाभार्थियों को 2000 रुपये की 2 किस्तें देने का फैसला किया है. मैं विपक्ष से अपील करता हूं कि हमें मिलकर काम करना चाहिए. मैं सदन से अपील करता हूं कि वे मुझ पर विश्वास व्यक्त करें.
गौरतलब है कि सीएम बीएस येदियुरप्पा ने कहा था कि मैं भूल जाओ और क्षमा करें की नीति पर विश्वास करता हूं. मुझे ऐसे लोगों से प्यार है जो मेरा विरोध करते हैं. मैं नरेंद्र मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा को धन्यवाद देना चाहता हूं. सीएम बीएस येदियुरप्पा ने कहा- जब सिद्धारमैया और एचडी कुमारस्वामी के सीएम रहते Admin फेल हो गया है. हम इसे ठीक कर देंगे. मैं सदन को विश्वास दिलाता हूं कि हम प्रतिशोधी राजनीति में लिप्त नहीं होंगे. मैं भूलने और माफ करने में विश्वास रखता हूं.
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दूसरी ओर, विश्वास मत प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने कहा- हमने एचडी कुमारस्वामी के 4 दिनों के विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की. मैंने भी उसमें भाग लिया और मैं इसके बारे में बोलना नहीं चाहता. मैं उन परिस्थितियों के बारे में बोल सकता था, जिसके तहत येदियुरप्पा सीएम बने. मैं उनके अच्छे काम की कामना करता हूं और उनके इस आश्वासन का स्वागत करता हूं कि वह लोगों के लिए काम करेंगे.