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कर्नाटक में गंगा आरती की तरह होगी तुंगा आरती

कर्नाटक में गंगा आरती की तरह होगी तुंगा आरती

Updated on: 20 Feb 2022, 05:25 PM

बेंगलुरु:

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने रविवार को कहा कि हरिहर में तुंगभद्रा नदी के तट पर तुंगा आरती शुरू करने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना का मसौदा तैयार किया गया है।

तुंगा आरती के लिए रविवार को 108 मंडपों का शिलान्यास किया गया। शिलान्यास समारोह में भाग लेते हुए बोम्मई ने कहा कि यह उत्तर भारत में आयोजित हो रही लोकप्रिय गंगा आरती की तरह होगी।

मुख्यमंत्री ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आने वाले दिनों में हरिहर को एक प्रमुख पर्यटन और तीर्थ स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।

हरिहर, जिसे कर्नाटक की दक्षिणा काशी के नाम से जाना जाता है, बेंगलुरु से लगभग 275 किलोमीटर उत्तर में है।

हरिहर की परियोजना दक्षिण भारत में पहली योग मंडप परियोजना है और इसे 30 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से स्थापित किया जा रहा है। परियोजना का प्रस्ताव पंचमसाली पीठ के प्रमुख वचनानंद स्वामी ने दिया था।

बोम्मई ने द्रष्टा वचनानंद स्वामी को सफाई अभियान आयोजित करके क्षेत्र में अनुकूल वातावरण बनाने के लिए बधाई दी।

मुख्यमंत्री ने कहा, तुंगभद्रा नदी की दैनिक पूजा और आरती के लिए सुविधाएं बनाई जा रही हैं। पूरे क्षेत्र को साफ करने और पुल के दोनों किनारों पर पैदल पथ विकसित करने की योजना है। इसे जल्द ही पूरा किया जाएगा और लोगों को समर्पित किया जाएगा।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.