कर्नाटक के 10 दिवसीय बजट सत्र की शुरुआत बुधवार को हंगामे के साथ हुई. कर्नाटक विधानसभा में जनता दल-सेकुलर(जेडी-एस) गठबंधन सरकार के खिलाफ बीजेपी विधायकों ने नारेबाजी की. हंगामे के बीच विधानसभा और विधानपरिषद की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ी. कर्नाटक में जारी सियासी नाटक के बीच बीजेपी द्वारा जेडीएस सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की चर्चा ने जोर पकड़ा. वहीं दूसरी तरफ कर्नाटक में सरकार गिराने की कोशिश करने के आरोपों का सामना कर रही बीजेपी के नेता बीएस येदियुरप्पा ने इन अटकलों को ख़ारिज कर दिया. संवावदाताओं से बातचीत के दौरान येदुरप्पा ने कहा, 'उनकी पार्टी राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस-जेडी (एस) गठबंधन सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाएगी. हालांकि, येदियुरप्पा ने कहा कि सरकार में 'व्यापक स्तर' पर भ्रष्टाचार है और गठबंधन के दोनों साझेदारों के बीच समन्वय की कमी है. बुधवार से शुरू हो रहे राज्य के बजट सत्र से पहले भाजपा के विधायक दल की बैठक के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने कहा कि विधायकों ने जनता की उम्मीदों पर सरकार के खरा नहीं उतरने से लेकर विकास नहीं हो पाने और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर भी चर्चा की.'
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बता दें कि हंगामे के साथ सदन में बजट सत्र की शुरुआत हुई. बीजेपी के विधायक सदनों में अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए और सत्तारूढ़ गठबंधन के विरुद्ध नारे लगाने लगे. सदस्यों ने राज्य की गठबंधन सरकार के पास बहुमत नहीं होने का आरोप लगाते हुए, 'पद छोड़ो, पद छोड़ो, मुख्यमंत्री पद छोड़ो' के नारे लगाए. विरोध-प्रदर्शन के बीच राज्यपाल वजुभाई वाला को अपने सम्बोधन को बीच में ही खत्म करना पड़ा.
Source : News Nation Bureau