कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला ने शुक्रवार को बीजेपी विधायक केजी बोपैया को सदन में बहुमत परीक्षण के लिए प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया है। वह शनिवार को सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार बहुमत परीक्षण से पहले नवनियुक्त विधायकों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलवाएंगे
कौन है केजी बोपैया?
1. केजी बोपैया का पूरा नाम कोम्बारना गणपति बोपैया है। उनका जन्म कोडागु जिले के एक छोटे से गांव कलूर में 17 अक्टूबर 1955 को हुआ था।
2. 62 साल के बोपैया कोडागु क्षेत्र के वीराजपेट सीट से तीन बार विधायक रह चुके हैं।
3. उन्होंने बीएससी की डिग्री के बाद वकालत की पढ़ाई भी की है। कॉलेज के दौरान वो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के सदस्य भी रह चुके है।
4. बोपैया बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ परिवार से जुड़े रहे है। आपातकाल के दौरान कई लोगों को गिरफ्तार किया गया था, उनमें से वो भी एक थे जिनहन गिरफ्तार किया गया था।
5. बोपैया येदियुरप्पा के करीबी माने जाते हैं। उन्होंने अवैध खनन मामले में साल 2010 में जब बीजेपी के विधायक अपनी ही सरकार का विरोध कर रहे थे, तब बतौर स्पीकर बोपैया ने 11 बागी विधायकों और 5 निर्दलीय विधायक को अयोग्य घोषित कर दिया था।
6. बोपैया राज्य में बीजेपी के शासन के दौरान 2008-13 में विधानसभा अध्यक्ष रहे चुके है।
7. केजी बोपैया 2009 से 2013 तक कर्नाटक विधानसभा में स्पीकर रह चुके हैं। बोपैया विराजपेट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीतकर आए हैं।
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कैसे होता है प्रोटेम स्पीकर का चुनाव
राज्यपाल अक्सर सदन के सबसे वरिष्ठ सदस्य को यह जिम्मेदारी सौंपते हैं।
प्रोटेम स्पीकर का काम होता है सदन में विधायकों को शपथ दिलाना।
फ्लोर टेस्ट के दौरान यह देखना कैसे सदन का संचालन ठीक ढंग से किया जा सकता है।
कब तक होता है कार्यकाल
प्रोटेम स्पीकर का कार्यकाल बेहद ही छोटा होता है।
जब तक स्थाई तौर पर अध्यक्ष का चुनाव नहीं हो जाता तब तक ये अपने पद पर बने रहते हैं
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Source : News Nation Bureau