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बौद्ध धर्म के 17 वें करमापा उग्येन त्रिनले दोरजी के साथ किरेण रिजिजू
भारत सरकार की निगरानी में बौद्ध धर्म के 17 वें करमापा उग्येन त्रिनले दोरजी इन दिनों अरुणाचल प्रदेश की यात्रा पर है जिससे चीन के चिढ़ने की आशंका है।
भारत में करमापा के घूमने पर लगे प्रतिबंध के हटने के बाद दोरजी राज्य की यात्रा कर रहे हैं जो चीन को परेशान कर सकता है।
चूकि चीन अरुणाचल प्रदेश के कई हिस्सों को विवादित क्षेत्र मानता है इसलिए उसे करमापा के वहां घूमने पर आपत्ति हो सकती है। चीन करमापा को 17 साल पहले अपने जेल से भागा हुआ भगोड़ा मानता है।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरेण रिजिजू ने राज्य में करमापा से मिलने के बाद गई ट्वीट भी किए। सोमवार को अरुणाचल प्रदेश पहुंचे करमापा की अगुवाणी करने राज्य के मुख्य मंत्री पेमा खांडु खुद एयरपोर्ट पहुंचे थे। शुक्रवार को करमापा ने नुकामदुंग जाकर युद्ध में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी।
Massive reception to His Holiness The 17th Karmapa Urgyen Trinley Dorje who is on a visit to Arunachal Pradesh to spread love & compassion. pic.twitter.com/02j7fcYP1h
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) December 1, 2016
गौरतलब है कि साल 2011 में हिमाचल प्रदेश की पुलिस ने करमापा के कई ट्रस्ट कार्यालयों पर छापा मारकर 6 करोड़ रुपये कैश और करीब 25 देशों की मुद्राएं बरामद की थी।
बरामद किए गए मुद्राओं में चीन की मुद्राएं भी मिली थी जिसके बाद सरकार को करमापा के चीन के एजेंट होने का शक हुआ था। इस शक के बाद भारत सरकार ने करमापा के भारत दौरों को बेहद कम कर दिया था।
पड़ोसी देश चीन बौद्ध धर्म गुरू दलाई लामा और करमापा के भारत दौरे और यहां उन्हें मिलने वाले सम्मान से बेहद खफा हो जाता है जिसके दोनों देशों के कूटनीतिक रिश्तों पर भी प्रभाव पड़ता है।
HIGHLIGHTS
- बौद्ध धर्म के 17 वें करमापा उग्येन त्रिनले दोरजी अरुणाचल दौरे पर पहुंचे
- करमापा के अरुणाचल दौरे पर भड़क सकता है चीन