राफेल पर मची रार के बीच कांग्रेस के दिग्गज नेता कपिल सिब्बल ने शनिवार को कहा, कांग्रेस पार्टी बहुत पहले से स्पष्ट करती आई है कि सुप्रीम कोर्ट इस मुद्दे पर कोई फैसला लेने के लिए उचित फोरम नहीं है. उन्होंने कहा, सुप्रीम कोर्ट इस मुद्दे पर तथ्यों और गवाहों के शपथपत्र की जांच नहीं कर सकता, प्रधानमंत्री को बुलाकर उनसे पूछताछ नहीं कर सकता, जबकि कांग्रेस प्रधानमंत्री से पूछताछ कराने के पक्ष में है.
उन्होंने कहा, सरकार सुप्रीम कोर्ट में गलत तथ्य दाखिल करने के लिए जिम्मेदार है. मुझे लगता है कि अटॉर्नी जनरल को पीएसी (लोक लेखा समिति Public Account Committee) के सामने बुलाकर यह पूछा जाना चाहिए कि क्यों कोर्ट में गलत तथ्य पेश किए गए. उन्होंने कहा, यह बहुत ही गंभीर मसला है. कपिल सिब्बल ने कहा, मुझे टेलीस्कोप खरीदना है और उसे बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को गिफ्ट करना है. बीजेपी अध्यक्ष ने कहा था कि विधानसभा चुनावों के बाद कांग्रेस का टेलीस्कोप से देखना पड़ेगा.
इससे पहले शनिवार सुबह में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कहा, शुक्रवार को जो सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया है, उससे माना जा सकता है कि कोर्ट के सामने सरकार ने ठीक तरीके से तथ्यों को नहीं रखा. कोर्ट को सरकार ने भ्रमित करने का काम किया है. सरकार ने कहा है, CAG रिपोर्ट पेश की गई है, PAC ने जांच की है, जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है. उन्होंने कहा, PAC की जांच के वक्त एविडेंस लिए जाते है, पेशी होती है, सारे मेंबर पेश होते हैं, ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है.