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पूर्व CJI दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग पर समर्थन मांगने घर आए थे कपिल सिब्बल : रंजन गोगोई

उन्होंने कहा कि सिब्बल 2018 में तत्कालीन चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव में सुप्रीम कोर्ट का समर्थन मांगने उनके घर गए थे.

Updated on: 22 Mar 2020, 02:40 PM

highlights

  • एक निजी न्यूज चैनल से बातचीत में पूर्व सीजेआई रंजन गोगोई का सनसनीखेज खुलासा.
  • कहा - तत्कालीन सीजेआई दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग पर सपोर्ट मांगने आए थे सिब्बल.
  • यह भी कहा कि उन्होंने कपिल सिब्बल को अपने घर में घुसने नहीं दिया था.

नई दिल्ली:

सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court) के पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई (Ranjan Gogoi) बीते कुछ समय से तमाम जटिल मुद्दों पर अपने फैसलों को लेकर सुर्खियों में छाए रहे. अब जबसे उन्हें राज्यसभा में राष्ट्रपति रामनाथ कोबिंद ने मनोनीत किया है, तभी से वह एक बार फिर सुर्खियां बटोर रहे हैं. कांग्रेस सहित कई दलों और वकीलों के संगठनों ने उनके मनोनयन पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की. कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल (Kapil Sibbal) भी उन्हीं में से एक थे. यह अलग बात है कि अब रंजन गोगोई ने कपिल सिब्बल पर पलटवार करते हुए हालिया समय में अपने ऊपर लगाए गए तमाम आरोपों पर सफाई दी है.

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घर में घुसने नहीं दिया था कपिल सिब्बल
एक अंग्रेजी न्यूज चैनल टाइम्स नाऊ से बातचीत में रिटायर्ड चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया और अब राज्यसभा सांसद जस्टिस रंजन गोगोई ने कांग्रेस नेता और सुप्रीम कोर्ट के दिग्गज वकील कपिल सिब्बल पर बेहद सनसनीखेज आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सिब्बल 2018 में तत्कालीन चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव में सुप्रीम कोर्ट का समर्थन मांगने उनके घर गए थे. जस्टिस गोगोई के मुताबिक, उन्होंने तब सिब्बल को घर में घुसने नहीं दिया था.

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'सिब्बल ने मांगा था समर्थन'
टाइम्स नाऊ के साक्षात्कार के मुताबिक रंजन गोगोई ने कहा, 'निजी तौर पर मैं कपिल सिब्बल पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं, लेकिन मैं यह जरूर बताना चाहूंगा कि प्रेस कांफ्रेंस के बाद वह मेरे आवास पर आए थे. उन्होंने तत्कालीन सीजेआई दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पर सुप्रीम कोर्ट का समर्थन मांगा था. मैंने उन्हें अपने घर में आने ही नहीं दिया था... तब मैं (सुप्रीम कोर्ट जजों के) वरिष्ठता क्रम में तीसरे नंबर पर था.' गौरतलब है कि 12 जनवरी 2018 को सुप्रीम कोर्ट के चार जजों ने प्रेस कांफ्रेंस कर पूरे देश को चौंका दिया था. इसमें शामिल होने वाले जज थे- जस्टिस चेलमेश्वर, जस्टिस मदन लोकुर, जस्टिस कुरियन जोसेफ, जस्टिस रंजन गोगोई.

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'फोन पर ही बता दिया था, क्यों आए थे सिब्बल'
जब उनसे पूछा गया कि जब उन्होंने कपिल सिब्बल को घर में घुसने ही नहीं दिया और न उनसे बात ही नहीं हो पाई तो उन्हें पता कैसे चला कि वह क्या कहने के लिए आए थे? इस पर पूर्व चीफ जस्टिस ने कहा, 'क्योंकि शाम में ही एक फोन आया था और मुझसे कहा गया था कि वह (सिब्बल) इस मुद्दे पर बात करने के लिए मेरे यहां आएंगे. मैंने फोन करने वाले व्यक्ति से कहा कि उन्हें मेरे घर आने की अनुमति मत दीजिए.' दरअसल टाइम्स नाऊ के पत्रकार ने जब जस्टिस गोगोई को राज्यसभा की सदस्यता को सरकार की तरफ से मिला उपहार बताया, तो रंजन गोगोई ने कहा कि ऐसा विचार देश के किसी दुश्मन का ही हो सकता है. इस पर गोगोई को कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल का बयान पढ़कर सुनाया गया. एंकर ने गोगोई से पूछा, 'क्या आप कपिल सिब्बल को देश का दुश्मन कहेंगे?' गोगोई ने इसी सवाल के जवाब में उक्त बातें बताईं.