पीएम नरेंद्र मोदी को लेकर कांग्रेस में दो राय, नरम रुख अपनाने की सलाह देने वालों पर भड़के कपिल सिब्बल
कांग्रेस के इन नेताओं ने कहा था कि कांग्रेस और उसके नेताओं को व्यक्ति नहीं, बल्कि सरकार की नीतियों एवं गलतियों की आलोचना करनी चाहिए.
नई दिल्ली:
पीएम नरेंद्र मोदी को खलनायक की तरह पेश नहीं करने की सलाह देने वाले कांग्रेसी नेताओं पर कपिल सिब्बल ने बड़ा कटाक्ष किया. उन्होंने इशारों-इशारों में ट्वीट करते हुए कहा, 'बीजेपी के किस नेता ने सार्वजनिक तौर पर प्रधानमंत्री एवं उनकी पार्टी को यह सलाह दी कि वे विपक्ष और उसके नेताओं को खलनायक की तरह पेश करना बंद करें?' सिब्बल की यह टिप्पणी ऐसे वक्त आई है, जब जयराम रमेश, अभिषेक मनु सिंघवी और शशि थरूर जैसे कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि मोदी को हमेशा खलनायक की तरह पेश नहीं करना चाहिए. कांग्रेस के इन नेताओं ने कहा था कि कांग्रेस और उसके नेताओं को व्यक्ति नहीं, बल्कि सरकार की नीतियों एवं गलतियों की आलोचना करनी चाहिए.
Which BJP leader has stood up and publicly advised the Prime Minister and his party to “ stop demonising the Opposition and it’s leaders ? “
— Kapil Sibal (@KapilSibal) August 24, 2019
इससे पहले जयराम रमेश, अभिषेक मनु सिंघवी और शशि थरूर के बयान को लेकर जब कांग्रेस नेता मनीष तिवारी से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इस बारे में बयान देने वाले नेताओं से ही सवाल किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, 'मैं आपसे (मीडिया) आग्रह करता हूं कि उनके बयान पर अगर आपको कोई प्रतिक्रिया चाहिए तो वह प्रतिक्रिया उनसे ही लीजिए. जहां तक कांग्रेस का सवाल है, तो उसका ये मानना है कि इस देश में एक बहुत विकृत और एक बहुत जटिल आर्थिक संकट है और इस संकट से करोड़ों लोग बेरोजगार हो रहे हैं.'
यह भी पढ़ें : पी चिदंंबरम की याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, आज ही खत्म हो रही है CBI रिमांड
दरअसल, जयराम रमेश ने बुधवार को कहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी के शासन का मॉडल पूरी तरह नकारात्मक नहीं है और उनके काम के महत्व को स्वीकार न करके और हर समय उन्हें खलनायक की तरह पेश करके कुछ हासिल नहीं होने वाला.
रमेश ने एक पुस्तक के विमोचन के मौके पर कहा कि यह वक्त है, जब हम मोदी के काम और 2014 से 2019 के बीच उन्होंने जो किया उसके महत्व को समझें, जिसके कारण वे सत्ता में लौटे. इसी कारण 30 प्रतिशत वोटरों ने उन्हें सत्ता में वापसी कराई. बाद में जयराम रमेश के बयान से अभिषेक मनु सिंघवी और शशि थरूर जैसे नेताओं ने भी सहमति जताई थी.