केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की तरफ से लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों पर कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि ये असल मुद्दों से ध्यान हटाने की कोशिश की जा रही है और कुछ कहने से पहले तथ्यों की जांच करनी चाहिये थी।
कपिल सिब्बल ने स्वीकार किया कि उन्होंने कंपनी खरीदी थी, लेकिन इसमें किसी तरह की अनियमितता नहीं हुई है।
उन्होंने कहा, 'हां मैंने कंपनी बनाई कंपनी खरीदी है कोई गैर कानूनी काम नहीं किया है मेरे सारे कागजात पूरे है। बेहतर होता कि स्मृति ईरानी सीबीएसई परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक के मामले पर बात करतीं। स्मृति ईरानी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा करूंगा।'
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर हमला किया। पीएम और नीरव मोदी मेहुल चोकसी के साथ की तस्वीरों पर उन्होंने कहा कि पीएनबी स्कैम के मुख्य आरोपियों मेहुल और नीरव को कैसे जानते हैं। साथ ही कहा कि इसके बारे में भी पीएम से पूछना चाहिए था।
उन्होंने कहा, 'मुझे ताज्जुब हुआ कि जब वह प्रेस कॉन्फ्रेंस कीं तो पीएम से क्यों नहीं पूछीं कि आप मेहुल भाई और नीरव मोदी को कैसे जानते हैं। वे भी तो मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी हैं।'
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सिब्बल ने कहा कि इस डील के बारे में राहुल जी से क्यों सवाल कर रही हैं। उन्होंने कहा कि सच ये है कि वो असल मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने कहा शायद इरानी को नहीं मालूम कि मनी लॉन्ड्रिंग है होती क्या है और इसकी परिभाषा क्या है।
सिब्बल ने कहा कि मारन बंधुओं पर मामले दर्ज हैं तो क्या आप कहेंगे कि कोई भी उनसे डील न करे। उन्होंने सलाह देते हुए कहा कि जब भी वो कुछ कहें तो सोच-समझकर और तथ्यों की जांच करके कहें।
सिब्बल ने स्मृति ईरानी की डिग्री पर भी तंज किया और कहा, 'लगता है कि बीजेपी के कार्यकर्ता और मंत्री पेपर लीक से चिंतित नहीं हैं। मुझे लगा कि इस पर बोलेंगी। इतिहास में ऐसा नहीं हुआ कि पेपर लीक हो जाए। इलेक्शन डेट लीक हो जाता है। आधार डेटा लीक हो जाता है। लेकिन डिग्री की सुरक्षा करने की बात हो तो वह लीक नहीं होती।'
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Source : News Nation Bureau