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Delhi Violence: कपिल सिब्बल ने PM मोदी पर किया वार, कहा- 69 घंटे बाद टूटी नींद

कपिल सिबल यहीं चुप नहीं हुए उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी को यह शांति की अपील पहले ही करनी चाहिए थी.

Updated on: 28 Feb 2020, 02:22 PM

नई दिल्ली:

कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल (Congress Leader Kapil Sibal) ने दिल्ली दंगों को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) पर जोरदार हमला बोला है. शुक्रवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली दंगों (Delhi Riots) पर 69 घंटे के बाद दिल्ली में शांति की अपील की है. जब दंगाई दिल्ली में उत्पात मचा रहे थे तब उनका कोई बयान नहीं आया था. कपिल सिबल यहीं चुप नहीं हुए उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी को यह शांति की अपील पहले ही करनी चाहिए थी. वहीं गृहमंत्री अमित शाह को आड़े हाथों लेते हुए कपिल सिब्बल ने कहा कि, गृहमंत्री अमित शाह ने तो कोई ऐसी अपील भी नहीं की. गृहमंत्री को दिल्ली दंगों से प्रभावित इलाकों का दौरा करना चाहिए था. 

दिल्ली दंगों में 39 लोगों की मौत
आपको बता दें कि सोमवार से शुरू हुई दिल्ली हिंसा में अब तक कुल 39 लोगों की जान जा चुकी है जबकि 200 से भी ज्यादा लोग इस हिंसा में घायल हो गए हैं. नागरिकता कानून (CAA) के विरोध में उतरे प्रदर्शनकारी देखते ही देखते उग्र होने लगे और उनका ये आंदोलन दिल्ली दंगों में तब्दील हो गया. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो, आई बी के ऑफिसर अंकित शर्मा की मौत के पीछे आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है. इसके बाद दिल्ली पुलिस ने ताहिर के खिलाफ धारा 302 के तहत एफआईआर भी दर्ज कर ली है. ताहिर के छत पर से भारी मात्रा में पेट्रोल बम, पत्थर और गुलेल पाया गया है इसके अलावा वहां पर बोतले और दंगाईयों द्वारा हमले के लिए इस्तेमामल की जाने वाली कई चीजें बरामद की गई हैं इससे यह उम्मीद लगाई जा रही है कि दिल्ली दंगों के पीछे आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर का हाथ हो सकता है.

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उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा (North East Delhi Violence) उत्तर-पूर्वी दिल्ली क्यों और कैसे जला? यह हादसा था या फिर सोची समझी रणनीति के तहत फैलाया गया दंगा? इन सवालों के जवाब तलाश कर जवाबदेही तय करने के लिए गठित दिल्ली पुलिस अपराध शाखा (Delhi Police Crime Branch) की एसआईटी (SIT) ने जांच गुरुवार रात से ही शुरू कर दी. एसआईटी का गठन गुरुवार को दोपहर बाद ही किया गया. गुरुवार को एसआईटी गठित होने के तत्काल बाद दिल्ली पुलिस अपराध शाखा के एडिशनल पुलिस कमिश्नर ने सबसे पहले एक अपील जारी की.आम-नागिरक और मीडिया के नाम जारी अपील में कहा गया है कि इस हिंसा की जांच में जिसके पास जो भी तस्वीरें, वीडियो फुटेज या फिर अन्य संबंधित सबूत हों, तो वो सात दिन के भीतर पुलिस को मुहैया कराके जांच में मदद करें.

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तस्वीरें और वीडियो फुटेज उत्तर पूर्वी दिल्ली जिले के डीसीपी के सीलमपुर स्थित कार्यालय में जमा कराने होंगे. अपील में अनुरोध किया गया है कि 23 फरवरी 2020 को या फिर उसके बाद उत्तर पूर्वी दिल्ली जिले में जो भी हिंसात्मक घटनाएं हुई हैं, उनसे संबंधित सबूत पुलिस तक पहुंचाने में विशेषकर मीडिया भी मदद करे. सबूत पुलिस के हवाले करने वालों की पहचान गुप्त रखी जाएगी.अगर कोई इन हिंसक घटनाओं के बारे में गवाही देना चाहता हो तो उसे भी पुलिस गुप्त रखेगी.

सीएम अरविंद केजरीवाल ने किया मुआवजे का ऐलान
दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दंगे में मारे गए लोगों के परिजनों को 10-10 लाख का मुआवजा देने का ऐलान किया है. एक लाख रुपये तत्काल और 9 लाख रुपये डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन के बाद होगा. माइनर यानी नाबालिग की मौत के मामले में 5 लाख रुपये दिए जाएंगे. गंभीर रूप से घायलों को 2 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा. माइनर इंजरी पर 20 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाएगा. अगर इस दंगे के कारण कोई अनाथ हो गया हो तो उसे 3 लाख का मुआवजा दिया जाएगा. जानवरों के मारे जाने पर 5 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाएगा. अगर रिक्शा जल गया है तो 25 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाएगा.