कंबोडिया में पेट्रोलियम उत्पादों की मांग 2020 में 28 लाख टन से बढ़कर 2030 में 48 लाख टन होने का अनुमान है। देश के खनन और ऊर्जा मंत्री सूय सेम ने यह बात कही।
कंबोडिया की राज्य की राजधानी नोम पेन्ह में बुधवार को तेल, गैस और बिजली को लेकर हुए सम्मेलन में सेम ने कहा कि 2040 में मांग बढ़कर 83 लाख टन हो जाएगी।
उन्होंने कहा, इस बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए इस क्षेत्र में और निवेश की जरूरत है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, इस समय कंबोडिया अपने सभी पेट्रोलियम उत्पादों का आयात वियतनाम, सिंगापुर और थाईलैंड से करता है, क्योंकि इसके समुद्री तेल और गैस भंडार का अभी तक दोहन नहीं किया गया है।
वाणिज्य मंत्रालय के अनुसार, दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र ने 2022 के पहले पांच महीनों में पेट्रोल और डीजल के आयात पर 971 मिलियन डॉलर खर्च किए, जो 2021 में इसी अवधि में 61.7 करोड़ डॉलर से 57 प्रतिशत अधिक है।
फरवरी में रूस-यूक्रेन संकट के बाद से कंबोडिया में तेल की कीमतें बढ़ गई हैं।
वाणिज्य मंत्रालय की तेल मूल्य सूची से पता चला है कि बुधवार को नियमित पेट्रोल की कीमत 4,800 रील (1.17 डॉलर) प्रति लीटर है, जबकि डीजल की कीमत 5,300 रील (1.3 डॉलर) है।
आंकड़ों से संकेत मिलता है कि नियमित पेट्रोल और डीजल की कीमतें फरवरी की शुरुआत में कीमतों की तुलना में क्रमश: 6.6 प्रतिशत और 25 प्रतिशत बढ़ीं।
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Source : IANS