युगांडा की सेना ने कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में छिपे हुए विद्रोही एलाइड डेमोक्रेटिक फोर्सेज (एडीएफ) से एमनेस्टी लॉ के तहत आत्मसमर्पण करने का आग्रह किया है।
सेना के उप प्रवक्ता रोनाल्ड काकुरुंगु ने सोमवार को एक बयान में कहा, हम अन्य लोगों को प्रोत्साहित कर रहे हैं जो विशेष रूप से युगांडा के सामने आत्मसमर्पण करना चाहते हैं, क्योंकि एमनेस्टी लॉ अभी वहां लागू है और वे अभी इसका फायदा उठा सकते हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, युगांडा और कांगो की सेनाएं संयुक्त रूप से एडीएफ, युगांडा के विद्रोही समूह और मध्य अफ्रीका में इस्लामिक स्टेट से संबद्ध हैं।
विद्रोही संगठन पर युगांडा की राजधानी कंपाला में अक्टूबर और नवंबर में हुए बम विस्फोटों का भी आरोप है।
काकुरुंगु ने कहा कि 30 नवंबर को पूर्वी कांगो में विद्रोहियों के खिलाफ संयुक्त अभियान शुरू करने के बाद से अब तक 61 एडीएफ लड़ाकों ने कांगो सेना के सामने आत्मसमर्पण किया है।
उन्होंने कहा कि संयुक्त अभियान में अब तक एडीएफ के छह शिविर नष्ट किए जा चुके हैं।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS