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कमलनाथ ने कहा मध्यपदेश नहीं छोडूंगा, अंतिम फैसला आलाकमान पर

पार्टी आलाकमान ने कांग्रेस और कांग्रेस शासित राज्यों की सरकारों में एक व्यक्ति एक पद का फार्मूला बनाया है, जिसके बाद से ही उन नेताओं की चिंताएं बढ़ गई हैं, जिनके पास दो पद है.

Updated on: 22 Nov 2021, 03:01 PM

नई दिल्ली:

राजस्थान में एक व्यक्ति एक फार्मूले पर अमल के बाद दूसरे राज्यों में भी फार्मूला लग सकता. आज मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और एमपी के नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की. इस बैठक में मध्य प्रदेश के प्रभारी महासचिव मुकुल वासनिक भी मौजूद थे. यह मुलाकात करीब 1 घंटे तक चली. बैठक के बाद कमलनाथ ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि मैं मध्यप्रदेश नहीं छोड़ने वाला हूं. बाकी फैसला सोनिया गांधी का है. मौजूदा वक्त में मध्य प्रदेश के भीतर कमलनाथ प्रदेश अध्यक्ष हैं और नेता प्रतिपक्ष भी. 

दरअसल पार्टी आलाकमान ने कांग्रेस और कांग्रेस शासित राज्यों की सरकारों में एक व्यक्ति एक पद का फार्मूला बनाया है, जिसके बाद से ही उन नेताओं की चिंताएं बढ़ गई हैं, जिनके पास दो पद है.  मौजूदा वक्त में मध्य प्रदेश के भीतर कमलनाथ प्रदेश अध्यक्ष हैं और नेता प्रतिपक्ष भी. ऐसे में आज सोनिया गांधी की कमलनाथ साथ बैठक महत्वपूर्ण मानी जा रही है, लेकिन जिस अंदाज में कमलनाथ ने कहा कि वह मध्यप्रदेश में ही रहना चाहते हैं. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले वक्त में कमलनाथ की भूमिका क्या होती है. 

गौरतलब है कि एक व्यक्ति एक पद का फार्मूला सबसे पहले राहुल गांधी ने ही सेट किया था. सूत्रों के हवाले से खबर है कि मध्य प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष का पद किसी दूसरे विधायक को दिया जा सकता है. उधर अन्य कांग्रेसी दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह को राष्ट्रीय जिम्मेदारी दिए जाने के बाद वह अभी भी सूबे की ही राजनीति में सक्रिय हैं.