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जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर, दाएश की घुसपैठ ने अफगान युद्ध को नए क्षेत्रीय आयाम दिए : गनी

जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर, दाएश की घुसपैठ ने अफगान युद्ध को नए क्षेत्रीय आयाम दिए : गनी

Updated on: 29 Jul 2021, 09:05 PM

नई दिल्ली:

अंतराष्र्ट्ीय आतंकवादी नेटवर्क, विशेष रूप से जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) और लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) की भारी आमद के साथ-साथ दाएश की आमद अफगान युद्ध को नए क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय आयाम दे रही है। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने यह बात कही है।

स्थानीय मीडिया रिपोटरें के अनुसार, गनी ने कहा कि कार्पेट माइनिंग, कार बम, आत्मघाती बमबारी, समरी निष्पादन, बदला लेने के लिए हत्याएं और जबरन विवाह जैसी घटनाएं मानव अधिकारों के उल्लंघन का एक आवर्ती (रिकरंट) पैटर्न है।

राष्ट्रपति भवन में संयुक्त समन्वय और निगरानी बोर्ड (जेसीएमबी) की बैठक को संबोधित करते हुए, गनी ने कहा, मैंने जल्दी चुनाव कराकर शांति के लिए एक पुल बनाने की पेशकश की। लोया जिरगा ने अंतराष्र्ट्ीय समुदाय द्वारा अच्छे आचरण के आश्वासन के तहत 5,000 तालिबान लड़ाकों और कुछ सबसे बड़े ड्रग डीलरों को रिहा करने का अभूतपूर्व कदम उठाया।

उन्होंने कहा, आज का युद्ध गृहयुद्ध नहीं है, यह नेटवर्क का युद्ध है। मैं अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को विश्वास दिलाता हूं कि अफगानिस्तान के लोग सरकार विरोधी तत्व नहीं चाहते हैं।

गनी ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान सहित विभिन्न देशों के धार्मिक विद्वानों ने कहा है कि अफगानिस्तान में मौजूदा युद्ध एक धार्मिक युद्ध नहीं है।

उन्होंने कहा, हम अंतराष्र्ट्ीय समुदाय से तालिबान और उनके समर्थकों की राजनीतिक समाधान अपनाने की इच्छा की समीक्षा करने का आह्वान करते हैं।

यह कहते हुए कि अफगान सरकार राजनीतिक समाधान में विश्वास करती है, राष्ट्रपति गनी ने कहा, देश के मुद्दे का कोई सैन्य समाधान नहीं है।

मीडिया रिपोटरें के अनुसार, गनी ने आगे कहा, तालिबान के लिए एकमात्र समाधान एक राजनीतिक समझौता है, जो सभी लोगों को संतुष्ट करता है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.