तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता 2021-22 के दिल्ली आबकारी नीति के सिलसिले में तीसरी बार घंटों तक पूछताछ किए जाने के बाद मंगलवार रात प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मुख्यालय से चली गईं।
मंगलवार को जब वह ईडी कार्यालय पहुंचीं तो वह नौ सेलफोन दिखा रही थीं, जो उन्होंने ईडी अधिकारियों को सौंपे थे। ईडी ने आरोप लगाया था कि बीआरएस एमएलसी ने मामले से जुड़े लगभग 10 सेलफोन नष्ट कर दिए थे।
सोमवार को कविता से दूसरे दौर की पूछताछ के दौरान लगभग 10 घंटे तक पूछताछ की गई, जिसमें सह-आरोपी और दस्तावेजी सबूत पेश किए गए।
कविता ने पहले कहा था कि वह ईडी कार्यालय में जांच में शामिल नहीं होंगी, लेकिन ईमेल और अपने घर पर सवालों के जवाब देने के लिए तैयार हैं। बाद में उसने अपना विचार बदल दिया और जांच में शामिल हो गईं।
अपनी पहली उपस्थिति के दौरान कथित तौर पर उनका सामना अरुण पिल्लई से हुआ, जो साउथ ग्रुप का प्रतिनिधित्व करते थे। पिल्लई ने कथित तौर पर आप नेताओं को 100 करोड़ रुपये की रिश्वत दी थी, जिसका कथित तौर पर गोवा में विधानसभा चुनाव के दौरान इस्तेमाल किया गया था।
पिल्लई ने कथित तौर पर कहा है कि वह कविता के सहयोगी थे।
पिछले बुधवार को ईडी ने कविता के पूर्व ऑडिटर और साउथ ग्रुप के सदस्य बुच्ची बाबू का बयान दर्ज किया था।
कविता का कहना है कि वह दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से कभी नहीं मिलीं, जिन्हें मामले के सिलसिले में सीबीआई और ईडी ने गिरफ्तार किया है, उनका दावा है कि इस मामले में उनका नाम अनावश्यक रूप से घसीटा जा रहा है।
ईडी के मुताबिक, कविता एक्साइज पॉलिसी मामले में साउथ ग्रुप के प्रतिनिधियों में से एक हैं।
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Source : IANS