मध्य प्रदेश में कांग्रेस (Congress) को बुरी तरह से झटका देने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) अब शाम 6:30 बजे तक भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता लेंगे. आपको बता दें कि इसके पहले मंगलवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia gandhi) को भेजे इस्तीफे में सिंधिया ने कांग्रेस से अलग रास्ता चुनने का संकेत देते हुए देश व लोगों की सेवा जारी रखने की बात कही है. उन्होंने लिखा कि 18 साल तक कांग्रेस (Congress) के साथ रहते हुए अब उन्हें ऐसा लग रहा है कि वह लोगों की सेवा सही तरीके से नहीं कर पा रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस के सहयोग के लिए धन्यवाद दिया है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिए जाने के बाद मध्य प्रदेश के 22 सिंधिया समर्थक विधायकों ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. यह इस्तीफे विधानसभा अध्यक्ष कार्यालय भेजे गए हैं. विधायकों की एक तस्वीर भी सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सिंधिया द्वारा कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा दिए जाने के कुछ देर बाद ही विधायकों के इस्तीफे का दौर शुरू हो गया. अब तक 22 विधायक विधानसभा अध्यक्ष तक अपने इस्तीफे भेज चुके हैं. इन विधायकों ने एक साथ सोशल मीडिया पर अपनी एक तस्वीर भी साझा की है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस तस्वीर में 22 विधायक अपने हाथ में त्यागपत्र लिए बैठे हुए दिखाई दे रहे हैं.
यह भी पढ़ें-मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने मानी हार, इस नंबर गेम के लिहाज से बीजेपी की सरकार बनना तय
पीएम से मिले थे सिंधिया
इसके पहले मंगलवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया गृहमंत्री अमित शाह के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने पहुंचे थे. बीते 24 घंटों के भीतर सिंधिया और पीएम मोदी की यह दूसीर मुलाकात थी. जाहिर है कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते ही मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार का सियासी संकट और गहरा गया है. सोमवार रात को कमलनाथ सरकार के 20 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था. यह सभी सिंधिया के समर्थक और विश्वस्त बताए जाते हैं. हालांकि कमल नाथ ने सभी मंत्रियों से इस्तीफा लेकर ज्योतिरादित्य और उनके समर्थकों को नए समीकरण बैठाने का संकेत दिया था. साथ ही दिग्विजय सिंह समेत सचिन पायलट ने भी सिंधिया को संदेश भेज हालात संभालने की कोशिश की, लेकिन बात बन नहीं सकी.
यह भी पढ़ें-ज्योतिरादित्य सिंधिया को इस कांग्रेसी ने बताया गद्दार, जानें किसने-क्या कहा
कांग्रेस ने माना बड़ा नुकसान
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, 'सिंधिया जी कांग्रेस पार्टी में कई वरिष्ठ पदों पर रहे और उनका सम्मान किया, शायद मोदी जी द्वारा दिए गए मंत्रियों के प्रस्ताव के कारण उन्हें लालच आ गया. हम जानते हैं कि उनका परिवार दशकों से बीजेपी से जुड़ा हुआ है, लेकिन फिर भी यह एक बड़ा नुकसान है.' इसके साथ ही अधीर रंजन चौधरी ने बीजेपी पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि पीएम मोदी के किसी लालच में ऐसा हुआ है. बीजेपी इसी तरह की राजनीति करती है.