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राजस्थान के सियासी घमासान को लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कमलनाथ पर साधा निशाना

जब मध्य प्रदेश में कमलनाथ मुख्यमंत्री थे तब उन्हें एक बार भी कोरोना वायरस संक्रमण पर बैठक के लिए समय नहीं मिलता था लेकिन उनके पास IIFA पुरस्कारों के लिए इंदौर जाने का समय रहता था.

Updated on: 14 Jul 2020, 07:12 PM

नई दिल्‍ली:

राजस्थान के सियासी घमासान पर बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हमला बोला है. उन्होंने कांग्रेस पर वार करते हुए कहा कि मौजूदा परिस्थितियों में कांग्रेस पार्टी में क्षमता नहीं बची है इस बात को हम हर एक कांग्रेस शासित राज्य में देख सकते हैं. जब मध्य प्रदेश में कमलनाथ मुख्यमंत्री थे तब उन्हें एक बार भी कोरोना वायरस संक्रमण पर बैठक के लिए समय नहीं मिलता था लेकिन उनके पास IIFA पुरस्कारों के लिए इंदौर जाने का समय रहता था. एक अकेला योद्धा कोरोना वायरस से निपटने के लिए 23 मार्च को सामने आया और अकेले दम पर उसने इस महामारी का का सामना किया सेनानी ने सामने आकर 23 मार्च को अपने हाथों में बागडोर संभाली और अकेले ही राज्य में महामारी का सामना किया.

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मध्य प्रदेश में 15 महीने रही भ्रष्टाचार की सरकारः सिंधिया
बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया यहीं पर चुप नहीं हुए उन्होंने कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुए कहा कि, मध्य प्रदेश की जनता का अब कांग्रेस से मोहभंग हो चुका था, क्योंकि पिछले 15 महीनों से वहां पर भ्रष्टाचार और व्यापार की सरकार चलाई जा रही थी. अब कांग्रेस को मध्य प्रदेश में मंत्रियों के विभागों के बंटवारे को लेकर चिंता हो रही थी. जब ये 15 महीनों तक सत्ता के मद में डूबे पड़े थे तब वल्लभ भवन से इनकी भ्रष्टाचार की सरकार चल रही थी, इनकी नींद तो तब टूटी जब इनके ही विधायक इनके पीछे से गायब हो गए.

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प्रदेश का भविष्य शिवराज और देश का भविष्य मोदी के हाथों में सुरक्षित
बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कमलनाथ पर हमला जारी रखते हुए आगे कहा कि पिछले 90 दिन तो मैं चुप रहा, क्योंकि पूरी दुनिया सहित भारत और मध्य प्रदेश में कोरोना की महामारी का प्रकोप चल रहा था. क्या कोई कांग्रेस का नेता बताएगा कि इन 90 दिनों में कमलनाथ और दिग्विजय सिंह क्या कर रहे थे, ये सिर्फ राजनीति की रोटी सेंक रहे थे. इन लोगों ने बीते 90 दिनों के दौरान एक बार भी जनसेवा का काम नहीं किया. इनके इन कारनामों के बाद अब मैं सिर्फ इतना ही कहना चाहूंगा कि प्रदेश का भविष्य शिवराज सिंह चौहान जी के हाथों में है और देश का भविष्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के हाथ में है.