थरूर ने ब्रिटेन की यात्रा नीति के खिलाफ अपनी किताब के विमोचन समारोह से नाम वापस लिया

थरूर ने ब्रिटेन की यात्रा नीति के खिलाफ अपनी किताब के विमोचन समारोह से नाम वापस लिया

थरूर ने ब्रिटेन की यात्रा नीति के खिलाफ अपनी किताब के विमोचन समारोह से नाम वापस लिया

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IANS
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Jutice ha

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने सोमवार को कहा कि ब्रिटिश सरकार द्वारा भारतीय यात्रियों के लिए नियम बदले जाने के बाद उन्होंने पुस्तक विमोचन समारोह से अपना नाम वापस ले लिया है।

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तिरुवनंतपुरम के सांसद ने एक ट्वीट में कहा, इस वजह से मैंने अपनी पुस्तक द बैटल ऑफ बिलॉन्गिंग (वहां द स्ट्रगल फॉर इंडियन्स सोल के रूप में प्रकाशित) के यूके संस्करण के कैम्ब्रिज यूनियन में विमोचन और बहस के आयोजन से मैंने खुद को बाहर रखा है। पूरी तरह से टीका लगवाए हुए भारतीयों को क्वारंटाइन होने के लिए कहना आपत्तिजनक है। ब्रितानी लोग समीक्षा कर रहे हैं!

थरूर ने एक लिंक साझा करते हुए कहा, यूके सरकार ने आज रात पुष्टि की कि यदि किसी व्यक्ति को अफ्रीका या दक्षिण अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात या भारत, तुर्की, जॉर्डन, थाईलैंड, रूस सहित देशों में टीका लगाया गया है, तो आपको गैर-टीकाकरण वाला माना जाता है और असंबद्ध नियम 10-दिवसीय होम क्वारंटाइन और जांच का पालन करना चाहिए।

दिल्ली में थरूर के कार्यालय ने कहा कि वह केरल में हैं और उन्होंने अपने यात्रा कार्यक्रम का ब्योरा साझा नहीं किया है।

कांग्रेस के राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने ब्रिटेन की यात्रा नीति को विचित्र करार दिया। एक ट्वीट में उन्होंने कहा, कोविशील्ड को मूल रूप से यूके में विकसित किया गया था और सीरम इंस्टीट्यूट, पुणे ने उस देश को भी आपूर्ति की है, यह देखते हुए यह बिल्कुल विचित्र है! इससे नस्लवाद की बू आती है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

      
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