ऋषिगंगा में सात फरवरी 2021 को विनाशकारी जलजले की भेंट चढ़ी सैकड़ों जिंदगियों के शवों का मिलना एक वर्ष के बाद भी जारी है। मंगलवार को तपोवन टनल से एक और शव बरामद हुआ है। जिसकी शिनाख्त रविग्राम निवासी दीपक टम्टा के रूप में हुई है।
पुलिस शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम करा रही है। ऋषिगंगा जल प्रलय में एनटीपीसी की निमार्णाधीन 520 मेगावाट की जल विद्युत परियोजना की तपोवन की सुरंगों में कार्य कर रहे सैकड़ों कार्मिक जिंदा दफन हो गए थे। कई महीनों तक शवों के ढूंढने के अथक प्रयासों के बाद स्वजनों ने रीति रिवाजों के मुताबिक उनके संस्कार भी कर लिए थे। लेकिन अब जैसे-जैसे टनल से मलबा हटाया जा रहा है, शव भी मिल रहे हैं।
बीती 16 फरवरी को भी निर्मात्री कंपनी ऋत्विक के इंजीनियर गौरव प्रसाद का शव मिला था। बीते सोमवार को इसी कंपनी में कार्यरत जोशीमठ ब्लॉक के किमाणा गांव निवासी 21 वर्षीय रोहित भंडारी का शव मिला। परियोजना की टनल से अब तक कुल 138 शव बरामद हो चुके हैं। इसके अलावा 38 मानव अंग भी बरामद हो चुके हैं। मिले शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम किया जा रहा है। अब तक मिले 138 शवों में 54 व्यक्तियों की शिनाख्त भी हो चुकी है।
2021 में सात फरवरी को आया था जल प्रलय
आपको बता दें कि बीते साल सात फरवरी को चमोली में ऋषिगंगा में जल प्रलय आया था। इसके चलते रैंणी तपोवन क्षेत्र में भारी नुकसान के साथ जनहानि हुई थी। इस प्राकृतिक आपदा में 206 व्यक्तियों ने अपनी जान गंवाई। आपदा में अभी तक 138 शव बरामद हुए हैं।
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Source : IANS