कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आखिरकार मणिपुर पर अपनी चुप्पी तोड़ी, लेकिन अब उन्हें इस पर संसद के अंदर बयान देना चाहिए।
थरूर ने कहा, इस बात को लेकर बहुत चिंतित हूं कि पीएम इतने लंबे समय तक चुप थे। हममें से कोई भी इसे समझ नहीं सका। हमें बहुत खुशी है कि उन्होंने आज अपनी चुप्पी तोड़ी। अब हम चाहेंगे कि वह इस मुद्दे पर संसद में चर्चा करें... उन्होंने संसद के बाहर, मीडिया से बात की है। मुझे बहुत खुशी है, उन्होंने कम से कम अपनी आवाज उठाई है। अब, उन्हें अपनी आवाज संसद में लानी चाहिए।
थरूर की यह टिप्पणी प्रधानमंत्री द्वारा गुरुवार को पहली बार मणिपुर हिंसा और दो मणिपुरी महिलाओं को नग्न घुमाए जाने के वीडियो पर प्रतिक्रिया के बाद आई है। पीएम मोदी ने कहा था कि उनका दिल गुस्से से भर गया है।
मोदी ने कहा, मणिपुर की जो घटना सामने आई है, वह किसी भी समाज के लिए शर्मनाक है। देश शर्मसार है। मैं सभी मुख्यमंत्रियों से अपील करता हूं कि महिलाओं के खिलाफ अपराध पर कड़ी कार्रवाई करने के लिए कानून को मजबूत करें।
हालांकि उन्होंने अपने बयान में राजस्थान और छत्तीसगढ़ (दोनों कांग्रेस शासित राज्य) में हिंसा की घटनाओं को भी जोड़ा।
प्रधानमंत्री ने कहा, घटना राजस्थान, छत्तीसगढ़ या मणिपुर की हो, देश के किसी भी कोने में अपराधी छूटना नहीं चाहिए।
इस बीच, सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने गुरुवार को कहा कि राजस्थान महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले में अग्रणी राज्य है।
संसद के बाहर पत्रकारों से बातचीत में ठाकुर ने अलवर और जयपुर में बलात्कार और आगजनी की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि राजस्थान में जो हुआ उस पर कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी को शर्म आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि एक महिला के खिलाफ हिंसा की घटना जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास के करीब हुई।
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Source : IANS