असम में बाढ़ की स्थिति पिछले कुछ दिनों में और खराब हो गई है। मानसून की पहली बाढ़ से लगभग एक लाख लोग प्रभावित हुए हैं।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के नवीनतम बुलेटिन के अनुसार, बिश्वनाथ, चिरांग, दरांग, धेमाजी, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, लखीमपुर, माजुली, मोरीगांव, नागांव, शिवसागर, सोनितपुर और तामुलपुर जिलों में 98,840 लोग अभी भी बाढ़ के पानी से जूझ रहे हैं।
बुलेटिन के अनुसार अब तक मरने वालों की संख्या सात है।
एएसडीएमए के अनुसार, दिखौ और ब्रह्मपुत्र नदियांं खतरे की सीमा से ऊपर बह रही हैं।
शिवसागर में दिखौ और धुबरी, तेजपुर और नेमाटीघाट में ब्रह्मपुत्र खतरे के स्तर से ऊपर बह रही है।
एएसडीएमए के अनुसार, 3,618.35 हेक्टेयर कृषि भूमि तबाह हो गई है और 371 गांव जलमग्न हैं।
बाढ़ पीड़ितों के लिए राज्य के छह जिलों में 49 राहत वितरण केंद्र और 17 राहत शिविर स्थापित किये गये हैं।
एएसडीएमए के अनुसार, गोलाघाट जिला सबसे अधिक प्रभावित है, जहां 28,965 लोग बाढ़ से जूझ रहे हैं।
धेमाजी और शिवसागर में क्रमशः 28,140 और 13,713 की आबादी प्रभावित हुई है।
एएसडीएमए आंकड़ों के अनुसार, बाढ़ से लगभग 59,531 घरेलू जानवर प्रभावित हुए हैं।
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Source : IANS