कोलकाता के प्रतिष्ठित जादवपुर विश्वविद्यालय के सह कुलपति सामैंतक दास के शव की प्रारंभिक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला कि मौत का मामला एंटी-मॉर्टम प्रकृति का है और इसलिए, यह एक आत्महत्या का मामला है।
हालांकि, कोलकाता पुलिस के जांच अधिकारियों ने यह पता लगाने के लिए जांच जारी रखने का फैसला किया है कि जादवपुर विश्वविद्यालय के इस लोकप्रिय शिक्षक ने किन परिस्थितियों में इतना कठोर कदम उठाया।
वे दास के रिश्तेदारों, दोस्तों और उनके सहयोगियों और छात्रों से पूछताछ कर रहे हैं और साथ ही इस संबंध में कुछ सुराग पाने के लिए मृतक शिक्षक के मोबाइल फोन और लैपटॉप की गहन जांच कर रहे हैं।
दास का शव बुधवार दोपहर दक्षिण कोलकाता के रीजेंट पार्क में उनके आवास से लटका मिला। उनका शव उनके आवास के पंखे से लटका हुआ था। उनके शरीर के पास से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है।
दास ने जादवपुर विश्वविद्यालय से ही अंग्रेजी साहित्य में स्नातक और स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की। पहले वे बीरभूम जिले के बोलपुर-शांतिनिकेतन में विश्व-भारती विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग से जुड़े थे। 2005 में, वह जादवपुर विश्वविद्यालय के तुलनात्मक साहित्य विभाग में शामिल हुए। वह इसके रवींद्रनाथ स्टडीज स्कूल से भी जुड़े थे। सह कुलपति बनने से पहले दास जादवपुर विश्वविद्यालय के तुलनात्मक साहित्य विभाग के विभागाध्यक्ष भी रह चुके थे।
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Source : IANS