कर्नाटक में त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति बनने के बाद बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) और कांग्रेस ने सरकार बनाने की कोशिशें तेज कर दी हैं।
चुनाव में बीजेपी को 104, कांग्रेस को 78 और जनता दल सेक्युलर को 37 सीटें मिली हैं। नतीजे आने के बाद कांग्रेस ने जनता दल सेक्युलर को समर्थन देने का ऐलान कर बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं।
बहुमत से दूर रहने के बावजूद भी बीजेपी सरकार बनाने का दावा कर रही है।
सरकार के गठन के लिए बीजेपी ने जेपी नड्डा और धर्मेंद्र प्रधान को पर्यवेक्षक बनाकर कर्नाटक भेजा है। बुधवार को बीजेपी विधायक दल की बैठक होगी।
बीजेपी के सीएम उम्मीदवार येदियुरप्पा ने सरकार बनाने का दावा करते हुए कहा, 'बुधवार की सुबह 10.30 बजे बीजेपी विधायक दल की मीटिंग होगी जिसमें मुझे विधायक दल का नेता चुना जाएगा। इसके बाद सभी विधायक राज्यपाल से मिलेंगे और बीजेपी को सरकार बनाने का प्रस्ताव देने का आग्रह करेंगे। अब गेंद राज्यपाल के पाले में है और हम वहीं करेंगे जो राज्यपाल फैसला लेंगे।'
दूसरी तरफ बीजेपी को सत्ता से दूर रखने के लिए दूसरी बड़ी पार्टी कांग्रेस ने बिना शर्त जेडीएस को समर्थन देने का फैसला किया है। कांग्रेस और जेडीएस के बीच मंत्री पद के बंटवारे को लेकर भी बात बन गई है।
दोनों पार्टियों को मिली सीटों को अगर जोड़ दें तो यह बहुमत के जादुई आकंड़े 112 से ज्यादा ही है।
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सूत्रों के मुताबिक जेडीएस प्रमुख देवगौड़ा के बेटे कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बनेंगे जबकि कांग्रेस के राज्य प्रमुख परमेश्वर डिप्टी सीएम हो सकते हैं। इसी के साथ जेडीएस को 14 मंत्री पद मिलेंगे जबकि कांग्रेस कोटे से 20 विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है।
जेडीएस अध्यक्ष एचडी देवगौड़ा और कुमारस्वामी ने भी बुधवार को विधायकों की बैठक बुलाई है।
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Source : News Nation Bureau